ADVERTISEMENTREMOVE AD

TCS शेयर बायबैक: रिटेल इन्वेस्टर्स को क्या करना चाहिए?

शेयरों का बायबैक रिटेल इंवेस्टर्स के लिए फायदा कमाने का अच्छा मौका हो सकता है.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज यानी टीसीएस ने 16,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक का ऐलान कर रखा है. इसके तहत कंपनी करीब 7.6 करोड़ शेयर अपने शेयरहोल्डरों से वापस खरीदेगी. शेयर बायबैक की कीमत रखी गई है 2,100 रुपये प्रति शेयर, यानी मौजूदा कीमत से करीब 15 फीसदी ज्यादा. साल भर में ये दूसरा मौका है, जब टीसीएस शेयर बायबैक करने जा रही है.

पिछले साल भी कंपनी ने 16,000 करोड़ रुपए का ही बायबैक किया था. हालांकि पिछले साल कंपनी ने 2,850 रुपए प्रति शेयर के भाव पर बायबैक किया था और 5.61 करोड़ शेयर खरीदे थे. टीसीएस के अलावा पिछले साल आईटी कंपनियों में इंफोसिस ने 13,000 करोड़, विप्रो ने 11,000 करोड़ और एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने 3,500 करोड़ रुपए के बायबैक ऑफर जारी किए थे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

रिटेल इंवेस्टर्स के लिए बायबैक है फायदे का मौका

शेयरों का बायबैक रिटेल इंवेस्टर्स के लिए फायदा कमाने का अच्छा मौका हो सकता है. जैसा हमने पहले बताया कि टीसीएस ने मौजूदा शेयर कीमत से 15 फीसदी ज्यादा पर बायबैक का फैसला किया है, तो इसका सीधा सा मतलब है कि छोटे निवेशक 15 फीसदी तक का मुनाफा तो कमा ही सकते हैं.

टीसीएस ने घोषणा की है कि वो बायबैक की प्रक्रिया दूसरी तिमाही के अंत तक खत्म कर देगी, यानी सितंबर तक. इसका मतलब है कि टीसीएस के शेयरों में 15 फीसदी तक का मुनाफा सिर्फ 3 महीनों के भीतर. और वो भी तब, जब वो टीसीएस के शेयर आज खरीदते हैं. अगर उनके पोर्टफोलियो में टीसीएस पहले से मौजूद है तो वो और मोटा मुनाफा कमा सकेंगे.

हालांकि इस मुनाफे के लिए छोटे निवेशकों को कुछ बातों का खयाल रखना होगा.

  1. रिटेल इंवेस्टर्स की कैटेगरी में शेयर टेंडर करने के लिए आपके पास मौजूद शेयरों की कीमत 2 लाख रुपए से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. आज की कीमत के हिसाब से देखें, तो आपके पास अधिकतम 108 शेयर होने चाहिए. वैसे अभी कंपनी ने रिकॉर्ड डेट का ऐलान नहीं किया है, यानी वो डेडलाइन, जिस तारीख तक के शेयरहोल्डर बायबैक में अपने शेयर टेंडर कर सकेंगे.
  2. सेबी के रेगुलेशंस के मुताबिक, किसी भी बायबैक ऑफर में 15 फीसदी कोटा छोटे निवेशकों का होता है. इस नियम के हिसाब से टीसीएस के इस बायबैक ऑफर में 1.14 करोड़ शेयर छोटे निवेशकों के होंगे. कंपनी की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक 31 मार्च 2018 तक छोटे शेयरहोल्डरों के पास करीब 1.65 करोड़ शेयर थे. हालांकि इस नंबर में थोड़ा बदलाव आ सकता है, लेकिन अगर हम मान लें कि ये सारे शेयर टेंडर किए जाते हैं, तो एक्सेप्टेंस रेश्यो करीब 70 फीसदी आता है. यानी अगर आप 100 शेयर बायबैक ऑफर में टेंडर करते हैं, तो 70 शेयर कंपनी खरीद लेगी. हालांकि आमतौर पर सारे निवेशक बायबैक ऑफर में हिस्सा नहीं ले पाते हैं और इसलिए एक्सेप्टेंस रेश्यो बढ़ जाता है. पिछले साल टीसीएस के बायबैक ऑफर में शेयर टेंडर करने वाले लोगों के 100 फीसदी शेयर कंपनी ने खरीद लिए थे.
  3. बायबैक में शेयर टेंडर करने के लिए आप अपने डीमैट अकाउंट का सहारा ले सकते हैं, या फिर सीधा टीसीएस की वेबसाइट पर भी जाकर अप्लाई कर सकते हैं. अगर आप किसी ब्रोकर की मदद से शेयरों की खरीद-फरोख्त करते हैं, तो आप अपने ब्रोकर से बायबैक में शेयर टेंडर करने के लिए कह सकते हैं.

जानी-मानी ब्रोकरेज फर्म एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने अपनी एक रिपोर्ट में छोटे निवेशकों को टीसीएस के इस बायबैक ऑफर में अपने शेयर टेंडर करने की सलाह दी है.

एक्सेप्टेंस रेश्यो पर निर्भर होगा आपका वास्तविक मुनाफा

अब हम देखते हैं कि आपको शेयर टेंडर करने के बाद अलग-अलग स्थितियों में कितना मुनाफा हो सकता है. पहली स्थिति में हम मान लेते हैं कि टेंडर करने के वक्त शेयर की कीमत है 1850 रुपए, जो बाद में बढ़कर 1950 तक चली जाती है. साथ ही एक्सेप्टेंस रेश्यो है 70 फीसदी. तो ऐसे में कंपनी आपके 75 शेयर ले लेगी और आपको मिलेंगे 1,57,500 रुपए. अब आप बचे हुए 33 शेयर बेच देते हैं तो आपको वहां से मिलेंगे 64,350. कुल मिलाकर हुए 2.21 लाख रुपए, यानी 21 हजार रूपए का फायदा.

अब अगर यहां एक्सेप्टेंस रेश्यो 100 फीसदी हो जाए, तो आपको कुल मिलेंगे 2,26,800 रुपए और आपका फायदा बढ़कर हो जाएगा करीब 27 हजार रुपए.

जैसा हमने पहले भी बताया है, अगर आपकी शेयर की खरीद कीमत कम है, तो आपका मुनाफा और बड़ा होगा. अगर एक्सेप्टेंस रेश्यो कम भी होता है, तो भी 3 महीने के भीतर आपके पास टीसीएस के बायबैक ऑफर से कम से कम 10 फीसदी मुनाफा कमाने का मौका तो है ही.

(धीरज कुमार जाने-माने जर्नलिस्‍ट हैं. इस आर्टिकल में छपे विचार उनके अपने हैं. इसमें क्‍व‍िंट की सहमति होना जरूरी नहीं है)

ये भी पढ़ें- 11 अहम बातें जो आपको भारत 22 ईटीएफ के बारे में जाननी चाहिए

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×