वैक्सीन (Vaccine) बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक (Bharat Biotech) को कोवैक्सीन (Covaxin) की दोनों डोज ले चुके लोगों पर इंट्रानैजल यानी नाक के द्वारा बूस्टर डोज (Bosster Dose) के तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल करने की मंजूरी मिल चुकी है.
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने शुक्रवार, 28 जनवरी को तीसरे चरण के परीक्षणों के लिए हरी झंडी दे दी है. यह परीक्षण यानी ट्रायल्स देश में नौ जगहों पर आयोजित किए जाएंगे.
बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन अभियान में बूस्टर डोज के रूप में इंट्रानैजल (नाक द्वारा दी जीने वाली) वैक्सीन को लोगों तक पहुंचाना आसान होगा.
भारत बायोटेक ने कहा है कि नाक द्वारा दी जाने वाली वैक्सीन- BBV154, जहां संक्रमण होता है सीधे वहीं पर प्रहार करता है जो कि नाक है. साथ ही ये संक्रमण को रोकने और कोरोना को फैलने से रोकने में बहुत प्रभावी है.
जैसा की नेजल वैक्सीन यानी नाक में दी जाने वाली ये खुराक को लोगों तक आसानी से पहुंचाया जा सकता है और साथ ही साथ इस खुराक को देने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोई अलग से ट्रेनिंग भी नहीं देनी होगी.
एक महीने पहले ही भारत बायोटेक ने तीसरे चरण के ट्रायल के लिए मंजूरी मांगी थी.
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