दक्षिणी अफ्रीका से 30 से अधिक स्पाइक म्यूटेशन वाले कोविड -19 (COVID-19) के एक नए वेरिएंट- B.1.1.529 की सूचना मिली है. इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अधिकारियों ने गुरुवार, 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में फैल रहे इस नए कोरोनावायरस वेरिएंट पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई.
द गार्डियन के रिपोर्ट के अनुसार वैरिएंट सबसे पहले बोत्सवाना में पाया गया था, जहां अब तीन मामलों को अनुक्रमित किया गया है. दक्षिण अफ्रीका में छह और दक्षिण अफ्रीका से लौटने वाले एक यात्री में हांगकांग में इसकी पुष्टि की गई है.
वास्तविक चिंता का विषय हो सकता है नया वेरिएंट- वैज्ञानिक
इंपीरियल कॉलेज, लंदन के एक वायरोलॉजिस्ट डॉ टॉम पीकॉक ने जीनोम-शेयरिंग वेबसाइट पर नए वेरिएंट का डिटेल पोस्ट किया है और कहा कि "अविश्वसनीय रूप से उच्च मात्रा में स्पाइक म्यूटेशन बताते हैं कि यह वास्तविक चिंता का विषय हो सकता है".
B.1.1.529 वेरिएंट का पहला मामला 11 नवंबर को बोत्सवाना में सामने आया था और दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले तीन दिन बाद दर्ज किया गया था. हांगकांग में पाया गया मामला एक 36 वर्षीय व्यक्ति का था, जिसका PCR टेस्ट हांगकांग से दक्षिण अफ्रीका के लिए उड़ान भरने से पहले नेगेटिव था, जहां वह 22 अक्टूबर से 11 नवंबर तक रहा था. हांगकांग लौटने पर टेस्ट नेगेटिव आया, लेकिन 13 नवंबर को क्वारंटाइन के दौरान वह B.1.1.529 वेरिएंट के लिए पॉजिटिव पाया गया.
डब्ल्यूएचओ के अनुसार वर्तमान में कोरोनावायरस के केवल चार वेरिएंट को “चिंता के वेरिएंट” के रूप में नामित किया गया है - अल्फा (B.1.1.7, तथाकथित 'यूके वेरिएंट'), बीटा (B.1.351, तथाकथित ' दक्षिण अफ्रीका वेरिएंट'), गामा (P.1, तथाकथित 'ब्राजील वेरिएंट') और डेल्टा (B.1.617.2).
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