इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने ''सरकार और लोगों के ढिलाई बरतने'' और COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन किए बगैर बड़ी संख्या में लोगों के जुटने को लेकर चिंता जताई है.
IMA ने एक बयान में कहा है कि पर्यटकों का आगमन, तीर्थयात्राएं, धार्मिक उत्साह जरूरी हैं लेकिन कुछ और महीने इंतजार किया जा सकता है.
डॉक्टरों के इस संगठन ने कहा कि वैश्विक सबूत और किसी भी महामारी के इतिहास से यह पता चलता है कि ‘‘तीसरी लहर टाली न जा सकने वाली’’ है.
बयान में कहा गया है, ‘‘हालांकि, यह जिक्र करना दुखद है कि इस नाजुक वक्त में, जब हर किसी को तीसरी लहर की आशंका घटाने के लिए काम करने की जरूरत है, देश के कई हिस्सों में, सरकारें और लोग ढिलाई बरत रहे हैं और कोविड प्रोटोकॉल का पालन किए बगैर बड़ी संख्या में जुट रहे हैं.’’
IMA ने कहा, ‘‘इनकी इजाजत देना और लोगों को टीका लगवाए बगैर इस भीड़भाड़ में शामिल होने देना कोविड की तीसरी लहर में बड़ा योगदान दे सकता है.’’
ओडिशा के पुरी में सालाना रथ यात्रा शुरू होने के दिन, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा की अनुमति दिए जाने को लेकर बातचीत होने के बीच यह बयान आया है. IMA ने सभी राज्यों से लोगों की भीड़भाड़ को रोकने की अपील की है.
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