नीति आयोग (Niti Ayog) के सदस्य डॉ वीके पॉल (VK Paul) ने बुधवार 22 दिसंबर को बताया कि कोविड वैक्सीन बूस्टर डोज की जरूरत समय और नेचर साइंटिफिक रिसर्च पर आधारित होगी.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए डॉ पॉल ने कहा-
"केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने संसद में कहा है कि, बूस्टर देने की आवश्यकता, समय और नेचर वैज्ञानिक निर्णयों और सोच पर आधारित होगी और सरकार अभी इन्ही प्रयासों में लगी है."
उभरते हुए कोविड वेरिएंट की गंभीरता के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि, शुरुआती वक्त में कोविड हमेशा ही हलके लक्षणों के साथ आता है. हम उभरते हुए मामलों के प्रदर्शन के पैटर्न में बदलाव पर नजर रखे हुए हैं"
मेडिकल ऑक्सीजन के इस्तेमाल पर डॉक्टर पॉल ने कहा कि मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता और सही इस्तेमाल के लिए संयुक्त प्रयास किए जा रहे हैं.
हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार - डॉ पॉल
डॉक्टर पॉल ने कहा "देश ने ऑक्सीजन उत्पादन और उपलब्धता में वृद्धि की है.1,500 से अधिक पीएसए (PSA) प्लांट्स के प्रावधान सहित देश भर में बहुत सारे प्रयास किए गए हैं. उनमें से ज्यादातर अब काम कर रहे हैं. कॉर्डिनेशन और सुविधा में सुधार के लिए स्पेसिफिक डेटा सिस्टम ऑक्सीकेयर लॉन्च किया गया है. चीजों पर नजर रखी जा रही है नियमित तौर पर. हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं."
बूस्टर डोज को लेकर बुधवार 22 दिसंबर की सुबह कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला था. उन्होंने सरकार से सवाल किया कि वो बूस्टर शॉट्स कब शुरू करेगी क्योंकि देश में अधिकांश आबादी का टीकाकरण अब तक नहीं हुआ है.
देश में कोरोना और ओमिक्रोन वेरिएंट (Omicron Variant) के मामले बढ़ने लगे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार,कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट के अब तक कुल 213 मामले सामने आए हैं. जिनमे से 57 मामलों के साथ दिल्ली शीर्ष पर है, इसके बाद महाराष्ट्र में 54 मामले और तेलंगाना में 24 मामले दर्ज किए गए.
(न्यूज इनपुट्स- एएनआई)
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