ब्रिटेन और भारत के बीच कोरोना सर्टिफिकेट (COVID Certification) को लेकर लगातार बातचीत जारी है. यूके ने भारतीयों को कोरोना प्रतिबंधों से छूट देने से इनकार कर दिया है, क्योंकि उनका कहना है कि कोविन के जरिए दिए जाने वाले सर्टिफिकेट में पर्याप्त जानकारी नहीं दी गई है. अब इसे लेकर ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलेक्स एलिस ने जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि, हम पहले ही साफ कर चुके हैं कि कोविशील्ड परेशानी नहीं है, बल्कि सर्टिफिकेट को लेकर कुछ दिक्कते हैं.
ब्रिटिश हाई कमिश्नर ने दी जानकारी
बता दें कि इससे पहले यूके ने ऑक्सफोर्ट-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड को अपनी लिस्ट में शामिल नहीं किया था, इसीलिए माना जा रहा था कि, इसी वजह से भारतीयों को क्वारंटीन नियमों से राहत नहीं दी जा रही है. लेकिन अब कोविशील्ड को ब्रिटेन सरकार ने अपनी मंजूरी वाली लिस्ट में शामिल कर लिया है.
ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलेक्स एलिस ने सर्टिफिकेशन को लेकर कहा कि, हम इसे लेकर लगातार बातचीत कर रहे हैं. कोविन ऐप और एनएचएस ऐप को बनाने वालों के साथ विस्तृत तकनीकी चर्चा जारी है. साथ ही इसे तेजी से पूरा किया जा रहा है. जिससे दोनों देश एक दूसरे के वैक्सीन सर्टिफिकेट को मंजूरी दे सकें.
हजारों भारतीयों को जारी किया वीजा
ब्रिटिश हाई कमिश्नर ने ये भी बताया कि इस दौरान हजारों भारतीयों को अलग-अलग कैटेगरी में वीजा जारी किए गए हैं. उन्होंने कहा कि, यूके को ट्रैवल के लिए खोल दिया गया है और हम देख रहे हैं कि भारत से कई लोग यूके जा रहे हैं. इनमें टूरिस्ट, बिजनेस पर्सन और स्टूडेंट्स शामिल हैं. 62,500 से ज्यादा स्टूडेंट वीजा जून 2021 तक जारी किए गए थे. जो पिछले साल की तुलना में करीब 30 फीसदी ज्यादा हैं. हम ट्रैवलिंग को जितना आसान हो सके उतना बनाना चाहते हैं.
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