कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार लगातार केंद्र से ऑक्सीजन की पूरी सप्लाई करने की मांग कर रही थी. लेकिन अब खुद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया है कि बुधवार 5 मई को दिल्ली में 730 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई हुई. इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद भी किया. लेकिन साथ ही कहा कि रोजाना दिल्ली को उसका पूरा कोटा दिया जाए. दिल्ली में ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को फटकार लगाई थी.
'ऑक्सीजन मिलता रहा तो 9 हजार बेड कर सकते हैं तैयार'
केजरीवाल ने कहा कि अगले कुछ दिनों के अंदर हमने बहुत बड़े स्केल पर प्लान किया हुआ है. अगर रोजाना 700 टन ऑक्सीजन आ जाती है तो हम दिल्ली के अंदर बहुत सारे ऑक्सीजन बेड्स तैयार कर लेंगे. केजरीवाल ने कहा,
हम 9 हजार से ज्यादा बेड्स तुरंत तैयार कर सकते हैं, अगर ऑक्सीजन रोजाना पूरी आने लग गई. केजरीवाल ने कहा कि मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि दिल्ली में किसी भी व्यक्ति की ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं होगी. किसी को बेड की कमी नहीं होने देंगे.
वैक्सीन की सप्लाई होने पर 3 महीने में पूरा करेंगे वैक्सीनेशन
सीएम केजरीवाल ने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर युवाओं में काफी उत्साह है. दिल्ली के अंदर सरकार ने वैक्सीनेशन सेंटर्स में काफी अच्छी व्यवस्था की है. मुझे युवाओं के मैसेज आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि, मेरी सभी लोगों से अपील है कि जरूर वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन कीजिए. अभी तक दिल्ली में 35 लाख 74 हजार लोगों को वैक्सीन डोज दे चुके हैं. जिनमें पहली डोज 28 लाख लोगों को पहली डोज दी गई है, वहीं 7 लाख 76 हजार लोगों को दोनों डोज मिल चुकी है.
केजरीवाल ने कहा कि पिछले तीन दिन के अंदर सभी व्यवस्थाएं सही तरीके से लागू कर दी गई हैं. लेकिन वैक्सीन की कमी अब भी हो रही है. अगर हमें सप्लाई हो जाए तो हम 3 महीने में पूरी दिल्ली को वैक्सीनेट कर देंगे. वैक्सीन आने पर हम बहुत सारे सेंटर खोलेंगे. सभी सरकारों को मिलकर काम करना होगा. कोर्ट्स भी इस दौरान मदद कर रहे हैं.
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भले ही खुलेतौर पर ये कहा हो कि राजधानी में कल 730 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई हुई, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली सरकार के वकील ने इस बात से इनकार कर दिया. वकील का कहना है कि दिल्ली को सिर्फ 555 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)