देश में वैक्सीन की कमी और इसे लेकर सरकार पर लग रहे आरोपों के बीच नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल (Dr VK Paul) ने कहा है कि, केंद्र राज्यों को 50 फीसदी घरेलू वैक्सीन मुफ्त में मुहैया करवा रहा है. उन्होंने कहा कि हमें रोजाना 1 करोड़ वैक्सीन का प्रोडक्शन चाहिए, जो अगले कुछ हफ्तों में संभव हो सकता है.
नीति आयोग के सदस्य ने दो अलग-अलग वैक्सीन लगवाने को लेकर कहा कि, फिलहाल मौजूदा प्रोटोकॉल के तहत दूसरी डोज भी उसी वैक्सीन की लेनी है, जिसकी पहली ली थी. लेकिन अगर लोग अलग-अलग डोज ले रहे हैं तो इसमें कोई चिंता की बात नहीं है. ये सुरक्षित है. हम इस पर विचार कर रहे हैं. इसे ट्रायल बेसिस पर शुरू किया जा सकता है.
‘राज्यों के लिए तैयार किया स्पेशल चैनल’
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में डॉ पॉल ने बताया कि, हमें वैक्सीन प्रोडक्शन को लेकर तैयार रहना होगा. हमने अभी एक दिन में 43 लाख वैक्सीन डोज बनाने का टारगेट अचीव किया है, लेकिन इसे अगले तीन हफ्तों में 73 लाख हो जाना चाहिए. हमें इस टारगेट को हासिल करने के लिए एक सिस्टम तैयार करना होगा.
उन्होंने राज्यों को वैक्सीन देने को लेकर कहा कि, 50 फीसदी वैक्सीन केंद्र की तरफ से राज्यों को दी जा रही है. जबकि बाकी 50 फीसदी के लिए एक स्पेशल चैनल तैयार किया गया है. जिससे राज्य और प्राइवेट सेक्टर वैक्सीन खरीद और सप्लाई कर सकते हैं. ये राज्यों को तय करना है कि कौन से ग्रुप को ये वैक्सीन देनी हैं.
बच्चों की वैक्सीन के लिए फाइजर से चल रही बात
बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर डॉ पॉल ने कहा कि, जब भी कोई दवा या फिर वैक्सीन तैयार होती है तो इसे पहले वयस्कों को दिया जाता है. क्योंकि आप बच्चों को खतरे में नहीं डाल सकते हैं. लेकिन अब पता लगा है कि फाइजर वैक्सीन को बच्चों को लगाया जा सकता है. उन्होंने कहा, बच्चों के लिए वैक्सीन पर लगातार हमारी नजर थी. कोवैक्सीन को इसके लिए मंजूरी मिल चुकी है. जिसके बाद अब वो जल्द ट्रायल शुरू करने जा रहे हैं. मुझे बताया गया है कि सीरम इंस्टीट्यूट भी बच्चों के लिए नोवावैक्स का ट्रायल करना चाहता है.
वीके पॉल ने कहा कि, अब तक कुछ देश बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू कर चुके हैं. हालांकि अब तक डब्ल्यूएचओ की तरफ से बच्चों को वैक्सीन दिए जाने को लेकर कोई सलाह नहीं दी गई है.
नीति आयोग के सदस्य पॉल ने विदेशी वैक्सीन फाइजर के भारत में प्रोडक्शन और सप्लाई को लेकर कहा कि, हम फाइजर के साथ लगातार संपर्क में हैं. जल्द ही फैसला लिया जाएगा. जो भी चिंताएं हैं, उन्हें दूर करने की कोशिश की जाएगी. हम कुछ ही दिनों में नतीजे पर पहुंचेंगे.
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