दिल्ली हाई कोर्ट ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी के बाजारों में COVID-19 प्रोटोकॉल्स के उल्लंघन का संज्ञान लिया और कहा कि ऐसे उल्लंघन से संक्रमण की तीसरी लहर को बढ़ावा मिलेगा.
हाई कोर्ट ने केंद्र और दिल्ली सरकार को सख्त कदम उठाने, दुकानदारों को जागरूक करने और बाजार एवं विक्रेता संघ के साथ इस संबंध में बैठकें करने को भी कहा.
जस्टिस नवीन चावला और जस्टिस आशा मेनन की वेकेशन बेंच ने एम्स के एक डॉक्टर की ओर से हाई कोर्ट के जजों को भेजी तस्वीरों का संज्ञान लिया. इन तस्वीरों में बाजारों में COVID-19 प्रोटोकॉल्स का उल्लंघन होता नजर आ रहा है.
बेंच ने कहा, ‘‘दूसरी लहर में हमने बड़ी कीमत चुकाई है. शायद ही कोई ऐसा घर हो जो दूसरी लहर से प्रभावित ना हुआ हो.’’
दिल्ली में 19 अप्रैल के बाद से, कोरोना के दैनिक नए मामलों और मौतों की संख्या दोनों में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी और तीन मई को सबसे ज्यादा 448 मौतें दर्ज की गई थीं.
नए मामलों की संख्या में गिरावट और पॉजिटिविटी रेट में कमी के बीच 15 मई को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था, "दिल्ली में वायरस धीरे-धीरे कम हो रहा है और मुझे उम्मीद है कि यह पूरी तरह से कम हो जाएगा और फिर नहीं बढ़ेगा. हालांकि, हम किसी भी तरह से लापरवाही नहीं बरतने वाले हैं."
राष्ट्रीय राजधानी में चरणबद्ध अनलॉक के बीच कारोबार फिर से शुरू होने और बाजारों में भीड़ के बीच डॉक्टरों ने आगाह किया है कि अगर लोग सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं करते हैं तो स्थिति फिर से खराब हो सकती है.
(PTI के इनपुट्स समेत)
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