उत्तर प्रदेश में जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान दो नमूनों में कोरोना वायरस के कप्पा (Kappa) वेरिएंट की पुष्टि हुई है. राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई अधिकारियों की बैठक के बाद जारी सरकारी बयान के मुताबिक ''विगत दिनों केजीएमयू (किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय) में 109 नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई. प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक 107 सैंपल में कोविड की दूसरी लहर वाले पुराने डेल्टा वेरिएंट की पुष्टि ही हुई है, जबकि 2 सैंपल में कप्पा वेरिएंट पाया गया.''
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 24 घंटे में 252568 कोविड सैंपल की जांच की गई और पॉजिटिविटी दर 0.04% से कम रही, 41 जिलों में एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 32 जिलों में इकाई अंकों में नए संक्रमित मरीज पाए गए.
इसके आगे सरकार ने बताया है, इसी अवधि में, प्रदेश में 90 नए मरीजों की पुष्टि हुई है, जबकि 162 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं. अभी 1697 एक्टिव केस हैं. अब तक 16 लाख 82 हजार 741 प्रदेशवासी संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 1334 लोग होम आइसोलेशन में हैं.
वायरस के ‘कप्पा’ स्वरूप के बारे में पूछे जाने पर अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि कप्पा स्वरूप कोई नई बात नहीं है, पहले भी इस स्वरूप के कई मामले सामने आ चुके हैं, इसलिए घबराने की कोई बात नहीं है, यह कोरोना वायरस का एक सामान्य स्वरूप है और इसका इलाज संभव है. हालांकि उन्होंने इस बात की जानकारी नहीं दी कि कप्पा स्वरूप के मामले कहां सामने आए हैं.
इस बीच, मुख्यमंत्री कार्यालय के एक ट्वीट में बताया गया है, ''मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि कोविड टेस्टिंग और टीकाकरण के मामले में उत्तर प्रदेश, देश में शीर्ष स्थान पर है. अब तक 6 करोड़ 1 लाख 1 हजार 58 कोविड सैंपल की जांच की जा चुकी है.'' सीएम ऑफिस ने इसके आगे बताया है, ''इसी प्रकार 3 करोड़ 60 लाख 81 हजार 758 वैक्सीन डोज देकर उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है. प्रदेश में 3 करोड़ 5 लाख 47 हजार 365 लोगों ने कोविड की पहली डोज प्राप्त कर ली है.''
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