देश के कई हिस्सों में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों के बीच पंजाब से भी चिंताजनक आंकड़े सामने आए हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस के 401 सैंपल ‘जीनोम सीक्वेसिंग’ के लिए भेजे गए थे, जिनमें से 81 फीसदी में ब्रिटेन में सामने आए वायरस के स्ट्रेन की पुष्टि हुई है.
अमरिंदर सिंह ने COVID-19 महामारी की स्थिति पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टीकाकरण का दायरा बढ़ाते हुए 60 साल से कम उम्र के लोगों को भी टीका लगाने का अनुरोध किया. सिंह ने कहा कि संक्रमण की सीरीज को तोड़ने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण करना जरूरी है.
हालांकि, सरकार ने मंगलवार को ही ऐलान किया कि देश में एक अप्रैल से 45 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोग COVID-19 वैक्सीन लगवा सकेंगे.
बता दें कि टीकाकरण अभियान के मौजूदा फेज में अभी 45 साल से ज्यादा उम्र के गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग ही वैक्सीन लगवा सकते हैं.
देश में 16 जनवरी से शुरू हुए COVID-19 टीकाकरण अभियान के तहत वैक्सीन की 5 करोड़ से ज्यादा खुराकें लोगों को दी जा चुकी हैं.
कितना गंभीर है कोरोना वायरस का यूके स्ट्रेन?
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, यह पूछे जाने पर कि कोरोना वायरस का यूके स्ट्रेन कितना गंभीर है, पंजाब की COVID एक्सपर्ट कमेटी के हेड डॉक्टर केके तलवार ने कहा, ''यह संक्रामक है और संक्रमण की दर मूल वायरस की तुलना में काफी ज्यादा है. वेरिएंट में बहुत अंतर नहीं है लेकिन यूके स्ट्रेन ज्यादा तेजी से फैलता है और इससे युवा भी प्रभावित होते हैं.''
COVID-19 के चलते मौत के नए मामलों में 83.27 फीसदी 6 राज्यों से
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 24 घंटों में कोरोना वायरस के 47262 कन्फर्म्ड केस सामने आए हैं, जबकि इसकी वजह से 275 लोगों की जान गई है.
नए कन्फर्म्ड केस में महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और गुजरात से ही 77.44 फीसदी मामले सामने आए हैं. मौत के नए मामलों में 83.27 फीसदी 6 राज्यों (महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक) से हैं.
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