कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में रूस ने एक और वैक्सीन विकसित की है, जिसका नाम है स्पुतनिक लाइट. इस वैक्सीन की खास बात ये है कि इसकी दो नहीं, केवल एक ही डोज लगेगी. स्पुतनिक लाइट वैक्सीन को रूस में इस्तेमाल की अनुमति मिल गई है. वैक्सीन को फाइनेंस करने वाले रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड (RDIF) ने 6 मई को इस बात की जानकारी दी.
स्पुतनिक लाइट में खास क्या?
रूस की स्पुतनिक वी वैक्सीन को पहले ही 60 से ज्यादा देशों में इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति है. इस वैक्सीन के दो डोज लगते हैं, जो कुछ समय के अंतराल पर लगाए जाते हैं. वहीं, स्पुतनिक लाइट की बात की जाए, तो ये वैक्सीन सिंगल शॉट वैक्सीन है.
दावा है कि स्पुतनिक लाइट की एफिशिएसी 79.3% है, जो कि कई टू-शॉट वैक्सीन से भी ज्यादा है. ये डेटा 5 दिसंबर 2020 से 15 अप्रैल 2021 के बीच रूस में हुए मास वैक्सीनेशन प्रोग्राम के 28 दिनों के डेटा से लिया गया है.
कितनी कारगर है स्पुतनिक लाइट?
जारी किए गए डेटा के मुताबिक, वैक्सीन लेने वाले 91.7% लोगों में वैक्सीनेशन के 28वें दिन वायरस-न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडीज विकसित हो गई थीं. 96.9% लोगों में वैक्सीन लगवाने से 28वें दिन एंटीजन स्पेसिफिक IgG एंटीबॉडीज पाई गईं.
स्पुतनिक ने दावा किया है कि लाइट वैक्सीन मौजूदा नए स्ट्रेन के खिलाफ भी प्रभावी है. इसे +2 से +8 डिग्री सेल्सियस पर स्टोर किया जा सकता है.
100% लोगों में कोरोना वायरस के एस-प्रोटीन के प्रति सेल इम्यून रिस्पॉन्स देखा गया. पहले से मौजूद इम्यूनिटी वाले सभी लोगों में पाया गया कि वैक्सीन के 10वें दिन उनका एंटीबॉडी लेवल 40 फीसदी बढ़ गया है.
“स्पुतनिक लाइट वैक्सीन अस्पताल में भर्ती होने वाले गंभीर मामलों की संभावना को काफी कम कर देता है. सिंगल डोज कम समय में बड़े ग्रुप को इम्यूनाइज करने की चुनौती को हल करती है, जो कोरोना वायरस के तेज संक्रमण के दौरान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है. इससे जल्द हर्ड इम्यूनिटी प्राप्त की जा सकती है.”RDIF के सीईओ, Kirill Dmitriev
कितनी होगी कीमत?
स्पुतनिक वैक्सीन की वेबसाइट के मुताबिक, कीमत दुनियाभर में 10 डॉलर से कम होगी, यानी ये 700 रुपये से कम में मिलेगी.
स्पुतनिक V को 60 देशों में मंजूरी
रूस की स्पुतनिक V वैक्सीन को भारत समेत 60 से ज्यादा देशों में इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है. रूसी वैज्ञानिकों ने Sputnik V को एक नए आकलन में COVID-19 के खिलाफ 97.6% प्रभावी पाया है. हालांकि, इसे यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (EMA) और अमेरिका के फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) से अनुमति नहीं मिली है.
5 मई 2021 तक, दुनियाभर में 2 करोड़ से ज्यादा लोगों को स्पुतनिक V वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है.
भारत में स्पुतनिक V इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी पाने वाली पहली विदेशी वैक्सीन है. इसकी पहली खेप भारत पहुंच चुकी है. हैदराबाद स्थित दवा बनाने वाली कंपनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज (DRL) भारत में स्पुतनिक V का डिस्ट्रिब्यूशन करेगी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)