राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण(National Health Authority) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. आरएस शर्मा के अनुसार, हेल्थकेयर वर्कर और 60 वर्ष से अधिक उम्र के बीमारियों से ग्रसित लोगों को 'कोरोना वायरस वैक्सीन' की एहतियाती खुराक अगले महीने से दी जाएगी, लेकिन सिर्फ उन्हीं लोगों को तीसरी डोज मिलेगी जिन्हें दूसरी डोज लगाए 9 महीने हो चुके हैं.
कॉमरेडिटी सर्टिफिकेट दिखाना होगा
CoWIN प्लेटफॉर्म के प्रमुख डॉ शर्मा ने आगे बताया कि तीसरे शॉट के लिए एक पंजीकृत चिकित्सक से कॉमरेडिटी प्रमाणपत्र की आवश्यकता अनिवार्य है. "जब आप पात्र होते हैं और आप पंजीकरण करते हैं तो आपसे पूछा जाएगा कि क्या आप किसी भी कॉमरेडिटी बीमारी से पीड़ित हैं जिसका वर्णन स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा पहले के परिपत्र में किया जा चुका है.
यदि आप कहते हैं कि मैं कॉमरेडिटी से पीड़ित हूं तो आप पंजीकरण करा सकते हैं और उसके बाद आप टीकाकरण केंद्र में जा सकते हैं. आपको अपनी समस्या चिकित्सक को संक्षेप में प्रस्तुत करने के लिए अपने पंजीकृत चिकित्सक द्वारा दिया गया अपना कॉमरेडिटी प्रमाण पत्र दिखाना होगा और उसके बाद आप वैक्सीन की तीसरी डोज लेने में सक्षम होंगे. संबंधित नियम पंजीकरण और टीकाकरण से संबंधित समान हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर को देश को संबोधित करते हुए कहा था कि, 60 वर्ष से अधिक आयु के और कॉमरेडिटी से पीड़ित लोगों के लिए अगले साल 10 जनवरी से देश में 'एहतियाती डोज' के तौर पर तीसरी डोज दी जाएगी.
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