कोरोना (Covid 19) के बढ़ते मामले और ओमिक्रॉन (Omicron) के खतरे के बावजूद पश्चिम बंगाल (West Bengal) में गंगासागर मेले में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. लाखों श्रद्धालुओं ने उस स्थान पर पवित्र डुबकी लगाई जहां गंगा बंगाल की खाड़ी में मिलती है.
फिर भले ही पश्चिम बंगाल में शुक्रवार, 14 जनवरी को कोरोना के 22,645 नए मामले दर्ज क्यों न हुए हो. राज्य का पॉजिटिविटी रेट 31.14 फीसदी है.
कलकत्ता हाईकोर्ट ने 7 जनवरी को राज्य सरकार को कोरोना मामलों में उछाल के बावजूद 8 से 16 जनवरी तक गंगासागर मेला आयोजित करने की अनुमति दी थी. हालांकि, अदालत ने कुछ प्रतिबंध लगाए और राज्य सरकार से उन पर तुरंत कार्रवाई करने को भी कहा.
निर्देशानुसार यह कार्रवाई मुख्य सचिव को करने के लिए कहा गया था.
अदालत ने एक समिति के गठन का भी आह्वान किया ताकि उपरोक्त निर्देशों का अनुपालन हो सके, साथ ही साथ राज्य सरकार द्वारा ने जो हलफनामे में उपाय सुझाए उनकी निगरानी भी की जा सके.
द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना प्रोटोकॉल व्यवस्था में चूक ने कलकत्ता हाईकोर्ट की निगरानी टीम के सदस्यों का ध्यान आकर्षित किया है, जिन्होंने बुधवार शाम और गुरुवार दोपहर को मेला स्थल का लगातार दौरा किया. जहां उन्होंने स्पष्ट शब्दों में अपनी नाराजगी भी व्यक्त की.
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