समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को बीजेपी पर जमकर हमला बोला. अखिलेश ने कहा कि नोटबंदी करने वालों से इस चुनाव में वोटबंदी के जरिए बदला लेने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी से किसानों की आय और रोजगार छिन गए हैं. बुधवार को ही अखिलेश यादव ने शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा को लखनऊ से गठबंधन का उम्मीदवार भी घोषित कर दिया.
“नोटबंदी की बात क्षेत्रीय लोग अभी भूले नहीं होंगे. उस समय बैंकों की लाइनों में खड़े हुए अनेक लोग मर गए थे. नोटबंदी से तमाम लोग बेरोजगार हो गए. इसी कारण इन नोटबंदी करने वालों से बदला लेकर इस चुनाव में वोटबंदी कर दें.”अखिलेश यादव,(अध्यक्ष, एसपी)
बीजेपी कर रही है सैनिकों की शहादतों की राजनीति
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर सैनिकों की शहादतों की राजनीति करने का आरोप भी लगाया. अखिलेश ने कहा, "यह परिवर्तन करने वाला महागठबंधन है. नए गठबंधन से नया प्रधानमंत्री और उसी से विकास होगा. सीमा पर सैनिकों की शहादत पर बीजेपी राजनीति कर रही है. हमारी सरकार बनी तो शहीद के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी."
बिजनेसमैन को फायदा पहुंचाती है सरकार-अखिलेश
कन्नौज में सभा को संबोधित करते हुए अखिलेश ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, "चौकीदार ने उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाया है. वह लगातार जनता से झूठ बोल रहे हैं. अच्छे दिन आने और दो करोड़ नौकरियां देने की बात कहने वालों की बातें हवा हवाई साबित हुई हैं. रोजगार की बात पूछने पर वे पकौड़े बनाने की बात कह रहे हैं."
अखिलेश यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा, “पकौड़े सरसों के तेल के अच्छे होते हैं कि विदेशी तेल के. ये बीजेपी वाले विदेशी तेल ला रहे हैं और सरसों के तेल की कीमत किसानों को नहीं दे पा रहे हैं. बीजेपी किसानों की आय दोगुनी करने की बात कहती रही है. क्या किसानों की आय दोगुनी हुई है. वह केवल अमीरों के ही प्रधानमंत्री हैं.”
पूनम सिन्हा की लखनऊ से उम्मीदवारी पर कही ये बात
लखनऊ से समाजवादी पार्टी ने शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा को टिकट दिया है. पूनम सिन्हा बीजेपी के सीनियर नेता और गृहमंत्री राजनाथ सिंह को टक्कर देंगी. अखिलेश यादव ने पूनम सिन्हा की उम्मीदवारी पर मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘‘पार्टी के सभी लोगों से बात कर के ही पूनम सिन्हा जी को प्रत्याशी बनाया गया है. ये पार्टी का फैसला है और लखनऊ में कहा ये जाता है कि शुरुआत कभी महिला प्रत्याशी से ही हुई थी. सबसे पहले महिला प्रत्याशी ही यहां से सांसद चुनी गईं थी.’’
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)