केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने अब नई मोदी सरकार में कोई भी पद लेने से इनकार कर दिया है. उन्होंने पीएम मोदी को लेटर लिखकर कहा है कि वो अब किसी भी तरह की जिम्मेदारी निभाने में असमर्थ हैं. इसके लिए उन्होंने अपनी बीमारी का हवाला दिया है. अरुण जेटली पिछले लंबे समय से गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. बीमारी के इलाज के लिए वो कई बार विदेश भी जा चुके हैं.
किडनी संबंधी बीमारी
जेटली पिछले कुछ साल से किडनी संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे. जिसके बाद पिछले साल उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. लेकिन किडनी के बाद उन्हें कैंसर जैसी गंभीर बीमारी ने घेर लिया. उनके बाएं पैर में सॉफ्ट टिशू कैंसर हो गया था. जिसके चलते उन्हें आम बजट से ठीक पहले इलाज के लिए अमेरिका जाना पड़ा. कई दिनों तक वहां उनका इलाज चलता रहा. इस दौरान कार्यकारी वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने उनकी जगह बजट पेश किया.
जेटली का किडनी ट्रांसप्लांट पिछले साल 14 मई 2018 को दिल्ली के एम्स में हुआ था. इस दौरान भी वो कई दिनों तक वित्त मंत्रालय से बाहर रहे थे. एम्स में हुए ट्रांसप्लांट के बाद उनकी किडनी में इंफेक्शन बताया गया था. जिसके चलते उन्हें इलाज के लिए विदेश जाना पड़ा था
लगातार दो बार गए अमेरिका
अरुण जेटली पिछले कुछ महीनों में इलाज के लिए लगातार दो बार अमेरिका जा चुके हैं. साल 2018 में भी वो करीब तीन महीने के लंबे इलाज के लिए अमेरिका गए थे. जिसके बाद अगस्त में उन्होंने वापस वित्त मंत्री का पदभार संभाला था. लेकिन कुछ ही महीने बाद स्वास्थ्य में बाएं पैर में सॉफ्ट टिशू कैंसर होने के चलते जनवरी 2019 में जेटली एक बार फिर अचानक अमेरिका चले गए. जिसके बाद फरवरी में उन्होंने एक बार फिर वित्त मंत्री के तौर पर कामकाज शुरू कर दिया.
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