असम को हेमंत बिस्वा सरमा के रूप में अपना 15वां मुख्यमंत्री मिल गया है. विधानसभा में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद हिमंता बिस्वा सरमा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. लेकिन शपथ लेने के बाद बिस्वा सरमा ने बताया कि वो अपने आने वाले 5 सालों के कार्यकाल में क्या कुछ करेंगे. उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य है कि असम को देश के टॉप 5 राज्यों में शामिल किया जाए. इतना ही नहीं नए मुख्यमंत्री ने उग्रवादी संगठन ULFA(I) के चीफ परेश बरुआ को बातचीत का भी न्योता दिया.
असम में कोरोना के हालात चिंताजनक- सीएम
हिमंता बिस्वा सरमा ने कोरोना का जिक्र करते हुए कहा कि, असम में कोरोना के हालात काफी गंभीर हैं. हम देख रहे हैं कि हमारे रोजाना कोरोना केस 5000 के पार पहुंच रहे हैं. सरमा ने ये भी बताया कि कल वो अपनी पहली कैबिनेट बैठक बुलाने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कल होने वाली कैबिनेट बैठक में कोरोना को लेकर तमाम पहलुओं पर चर्चा होगी. कोरोना को फैलने से रोकने की कोशिश की जाएगी.
असम के नए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक असम में कोरोना के हालात नहीं सुधर जाते हैं, तब तक पूरे नॉर्थ-ईस्ट में स्थिति नहीं सुधर सकती है. हमारे लोगों और पूरे नॉर्थ ईस्ट के प्रति हमारी जवाबदेही है. इसीलिए असम अपना बेस्ट करेगा. कल होने वाली बैठक में लाइन ऑफ एक्शन तैयार होगा.
ULFA(I) को पहले भी दे चुके हैं न्योता
बता दें कि इससे पहले भी जब हिमंता बिस्वा सरमा असम सरकार में मंत्री थे तो उन्होंने उल्फा-आई के नेता परेश बरुआ से बातचीत की पेशकश की थी. इस दौरान उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह का जिक्र करते हुए कहा था कि, केंद्र सरकार बातचीत के लिए तैयार है. असम में शांति बनाए रखने के लिए ये जरूरी है. सरमा ने बोडो समझौते का भी उदाहरण दिया था.
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