असम में कांग्रेस ने चुनाव नतीजों से पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त के डर से सहयोगी दलों के करीब 22 प्रत्याशियों को जयपुर भेज दिया है. इन उम्मीदवारों को जयपुर के रिजॉर्ट में ठहराया गया है. कांग्रेस को आशंका है कि अगले महीने राज्य विधानसभा चुनावों के परिणाम आने पर, बीजेपी विधायकों को लेकर सौदेबाजी कर सकती है.
‘चुनाव हारने के बाद सौदेबाजी करना बीजेपी की आदत’
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस ने सहयोगी दल के 22 प्रत्याशियों को जयपुर भेज दिया और उन्हें एक रिजॉर्ट में ठहराया गया है. इनमें महाजोट, मौलान बदरुद्दीन अजमल की ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF), बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट और लेफ्ट जैसे सहयोगी दलों के उम्मीदवार शामिल हैं.
इस बात की पुष्टि करते हुए कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि, “अब यह ट्रेंड बन गया है कि कांग्रेस से चुनाव हारने के बाद बीजेपी अक्सर विधायकों को तोड़ने की कोशिश करती है. इसलिए हमने ये कदम उठाया है.”
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, सहयोगी दलों के उम्मीदवारों के अलावा पार्टी के कुछ प्रत्याशियों को भी जल्द ही जयपुर शिफ्ट किया जाएगा. कांग्रेस और सहयोगी दलों के उम्मीदवारों के ठहरने का इंतजाम फेयरमाउंट होटल में किया गया है.
असम में बीजेपी की सरकार है और अब राज्य में विधानसभा चुनावों के लिए 3 चरणों के साथ मतदान पूरा हो गया है. 2 मई को असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे.
असम में ‘महाजोट गठबंधन’ या ‘ग्रांड अलायंस’ 10 पार्टियों से बना गठबंधन है. जिसमें AIUDF, जीमोचयन (देओरी) पीपुल्स पार्टी (JDPP) आदिवासी नेशनल पार्टी (ANP) सीपीएम, सीपीआई, सीपीआई (एमएल) आंचलिक गण मोर्चा, बोडोलैंड पीपुल्स पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल समेत कांग्रेस शामिल है.
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