असम में बीजेपी और सहयोगी बहुमत के साथ सरकार बनाते दिख रहे हैं. रुझानों के मुताबिक सहयोगियों के साथ 75 सीटों पर बीजेपी के नेतृत्व वाला अलायंस बढ़त लिए हुए है. वहीं 40 सीटों पर बीजेपी की जीत की घोषणा चुनाव आयोग कर चुका है. दूसरी तरफ कांग्रेस और घटक दल सिर्फ 50 सीटों पर बढ़त का आंकड़ा छू पाए हैं. राज्य की 18 सीटों पर कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर जीत दर्ज की है.
असम में कुल 126 विधानसभा सीटें हैं. यहां सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार है. 2016 विधानसभा चुनाव में बीजेपी 60 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी. असम गण परिषद 14 सीटें और बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट सीटें 12 जीती थी. पिछले चुनाव में कांग्रेस पार्टी महज 26 सीटें ही जीत पाई थी.
बहुमत हासिल करने के अलावा वीआईपी सीटों पर भी बीजेपी के दिग्गज नेता अच्छे मार्जिन से जीतते दिख रहे हैं. सीएम सर्बानंद सोनोवाल 1 लाख से ज्यादा वोटों से जीत चुके हैं. वहीं स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्वा भी बड़े अंतर से आगे चल रहे हैं. जानिए असम की वीआईपी सीटों का अब तक का अपडेट
67.54% वोटों के साथ जीते असम सीएम सोनोवाल
असम के मुख्यमंत्री और डिबरूगढ़ से बीजेपी प्रत्याशी सर्वानंद सोनोवाल को 71 हजार 436 वोट मिले. हमने विधानसभा क्षेत्र के 67.53% वोट हासिल करने के साथ ही वे चुनाव जीत गए हैं. इसी सीट से कांग्रेस के राजीव लोचन को 28244 वोट मिले.
स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्वा 1.30 लाख वोट हासिल कर जीते
असम सरकार के स्वास्थ्य मंत्री और असम के जलुकबरी से बीजेपी प्रत्याशी हिमंता बिस्वा सरमा को अब तक आए नतीजों के मुताबिक 1 लाख 30 हजार से ज्यादा वोट मिल चुके हैं, यानी उनका जीतना तय है. इस सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी रोमेन चंद्र को 28851 वोट मिले हैं.
सोशल वर्कर अखिल गोगोई भी भारी वोटों से आगे
सोशल वर्कर अखिल गोगोई सिवसागर विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे हैं. साल 2020 में अखिल ने रायजोर दल नाम की अपनी खुद की पार्टी बनाई थी. रात 11 बजे तक आए नतीजों के मुताबिक वे बीजेपी की सुरभि राजकुंवारी से 12 हजार से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं. अखिल गोगोई को 57219 वोट मिल चुके हैं. वहीं बीजेपी की सुरभि को अब तक हुई काउंटिंग के मुताबिक 45344 वोट मिले हैं.
कांग्रेस प्रत्याशी राज्यसभा सांसद रिपुन बोरा हार रहे चुनाव
राज्यसभा सांसद और गोहपुर से कांग्रेस प्रत्याशी रिपुन बोरा 30 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं. बीजेपी प्रत्याशी उत्पल बोरा को 93224 वोट मिल चुके हैं. रिपन कांग्रेस नेता पंकज बोरा के बेटे हैं. रिपुन सबसे ज्यादा चर्चा में तब आए थे जब उन्होंने राष्ट्रगान से सिंध शब्द हटाकर उत्तर-पूर्व नाम जोड़ने की मांग की थी.
पूर्व सीएम तरुण गोगोई वाली सीट पर कांटे की टक्कर
असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई की सीट से इस बार कांग्रेस ने भास्कर ज्योति को टिकट दिया था. पार्टी की उम्मीदों पर खरे उतरते हुए वे 64303 वोट हासिल कर चुनाव जीत गए हैं. वहीं इस सी से बीजेपी प्रत्याशी हेमंता कालिता ने भी कांटे की टक्कर देते हुए 50924 वोट हासिल किए.
पूर्व सीएम तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई ने ट्वीट कर कहा है कि कुछ महीने पहले ही उन्होंने अपने पिता को खोया. चुनावों का नतीजा जो भी हो वे पार्टी के वरिष्ठों से मिले मार्गदर्शन का धन्यवाद करता हूं.
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