आरजेडी ने अपने घोषणा पत्र "प्रण हमारा नाम" जारी करते हुए जनता से किए लोक लुभावन वादें, चुनाव करीब आते ही कई पार्टियों के नेता बगावत पर उतर आए, चुनाव के बाद भाजपा तय करेगी अपना मुख्यमंत्री - ओवैसी . बिहार चुनाव 2020 (Bihar Assembly Election) से जुड़े अपडेट्स पढ़ने की इससे बढ़िया जगह कोई नहीं. तो ये रहीं Quint बिहार चुनाव के इस एडिशन की पांच खबरें.
1. मुफ्त सुविधा और लुभावने वादें कर रही आरजेडी
आरजेडी ने अपने घोषणा पत्र "प्रण हमारा नाम" जारी करते हुए जनता से लोक लुभावन वादे किए हैं. जिसे देखकर लगता है तेजस्वी यादव बिहार में जनता को मुफ्त सुविधा मुहैया कराने के वायदों के जरिए वोट समटने की कोशिश में हैं. घोषणा पत्र में उन्होंने बेरोजगार युवाओं को 1500 रुपये बेरोजगारी भत्ता, सरकारी नौकरी के लिए फ्री फॉर्म, किसान कर्ज माफी, नए उद्योग के लिए टैक्स फ्री, किडनी मरीजों के लिए फ्री डायलासिस, स्मार्ट विलेज, बुजुर्गों और गरीबों को 1000 रुपये प्रति माह पेंशन, डोमिसाइल पॉलिसी, सरकारी नौकरियों में 85 फीसदी बिहारियों के लिए रिजर्वेशन के वादे किए हैं. अब देखना दिलचस्प होगा कि तेजस्वी का फ्री सुविधा मुहैया कराने का फार्मूला बिहार की जनता को कितना लुभाता है.
2. टिकट न मिलने पर नेताओं के बागी तेवर
चुनाव करीब आते ही कई पार्टियों के नेता बगावत पर उतर आए हैं. लेकिन इनमें से कुछ को अपना उल्लू सीधा करने की होड़ में बेईमानी उन्हें भारी पड़ गई है. दरअसल, बीजेपी के जिला अध्यक्ष रंजन कुमार ने तीन मंडल अध्यक्षों को टिकट बंटवारे पर पार्टी से बगावत करने के आरोप में पूरी कमेटी, मोर्चा व प्रकोष्ठ से निलंबित कर दिया है.
दूसरी ओर राजद ने पूर्वी चंपारण में आरजेडी विधायक राजेश कुमार समेत पार्टी के नौ नेताओं को छह वर्षों के लिए निष्काशित किया गया है. इनमें से कुछ दल विरोधी गतिविधियों में शामिल थे, तो विधायक पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे. लेकिन अब तेजस्वी यादव ने इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
3. चिराग का मोदी प्रेम और नितीश पर वार जारी
लोजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने शनिवार को एक ट्वीट कर के सीएम नीतीश कुमार पर दोबारा निशाना साधा है. इस बार उन्होंने बिहार में शराबबंदी मुद्दे पर अपनी बात रखी. उनका कहना है कि बिहार में रोजगार के अभाव में युवा शराब तस्करी कर रहे हैं.
इससे पहले उन्होंने एक ट्वीट के जवाब में सबको धर्म और जाति के परे फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन को पढ़ने समझने के लिए कहा. चिराग हमेशा पीएम मोदी की सराहना करते आए है, इस बार भी उन्होंने मोदी की रैली पर कोई टिप्पणी नहीं की.
4.चुनाव के बाद बीजेपी तय करेगी अपना मुख्यमंत्री - ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी की चुनावी रैली पर हमला बोला है. उन्होंने पीएम द्वारा एलजेपी का जिक्र नहीं किए जाने पर तंज कसते हुए कहा “भले ही बीजेपी और जदयू गठबंधन के तहत मिलकर बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ रहे हों, लेकिन बीजेपी को अब बिहार में मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार स्वीकार नहीं हैं. इस बार चुनाव के बाद बीजेपी राज्य में सत्ता की कुर्सी पर अपना मुख्यमंत्री ही बैठाएगी”.
हालांकि अमित शाह एक टीवी इंटरव्यू में यह साफ कह चुके है कि नितीश ही बिहार के सीएम होंगे. बिहार चुनाव में इस बार एनडीए और महागठबंधन को चुनौती देने के लिए एआईएमआईएम ने ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट (जीडीएस) का गठन किया है, जिसमें कुल छह पार्टियां शामिल हैं.
ये बिहार में 24 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. पहले चरण के लिए एआइएमआइएम प्रमुख ओवैसी व रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा 24 व 25 अक्टूबर को रैली कर रहे हैं. आज ओवैसी की कुर्था, भभुआ, नोखा, दिनारा, बक्सर व अरवल में चुनावी रैली है.
5. बूथ पर मौजूद होगी सप्तसखी की टीम
बीजेपी बिहार में किसी भी तबके के वोट को बेकार नहीं जाने देना चाहती. इसलिए तो मतदान के लिए नए कैंपेन और सूझबूझ का इस्तेमाल किया गया है. दरअसल आधी आबादी यानी महिलाओं को वोट के लिए प्रेरित करने की जिम्मेदारी सप्तसखी को दी गई है. सभी बूथ पर सप्तसखी की एक टीम होगी.
जिसमें जीविका, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्थानीय निकाय प्रतिनिधि, आशा कार्यकर्ता के साथ ही पहली बार वोटर बनी युवतियों को शामिल किया गया है. इन सभी महिलाओं को 2-2 हजार महिला वोटरों का नम्बर दिया गया है ताकि वे महिलाओं को कोरोना काल में बूथ पर आने के लिए प्रेरित कर सकें.
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