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बिहार चुनाव तारीख: पप्पू यादव ने उठाए सवाल, तेजस्वी ने किया स्वागत

कांग्रेस ने कहा- किसान आंदोलन को दबाने के लिए अब सरकार ने किया चुनाव आयोग का इस्तेमाल

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बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. चुनाव आयोग ने अचानक 25 सितंबर को तारीखों के ऐलान की बात कही और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि तीन चरणों में चुनाव होंगे. बिहार चुनाव के लिए 28 अक्टूबर को पहली वोटिंग होगी, जिसके बाद 10 नवंबर को चुनाव नतीजे सामने आएंगे. अब कोरोना महामारी के बीच होने वाले इन पहले चुनावों को लेकर कई तरह की तैयारियां हो चुकी हैं और की जा रही हैं. तारीखों का ऐलान होते ही नेताओं ने भी बिहार चुनाव को लेकर दम भरना शुरू कर दिया. जानिए बिहार चुनाव को लेकर किसने क्या कहा.

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किसान आंदोलन दबाने के लिए चुनावों का ऐलान

कांग्रेस नेता उदित राज ने बिहार चुनाव के लिए 25 सितंबर की तारीख को चुनने पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि सरकार ने चुनाव आयोग का इस्तेमाल इसलिए किया क्योंकि किसानों ने इसी दिन भारत बंद बुलाया था. उदित राज ने ट्विटर पर लिखा,

“सोचा था कि अनुराग कश्यप, दीपिका पादुकोण, रकुल प्रीत और सारा अली खान को NCB द्वारा समन की खबर से किसान आंदोलन की खबर दब जाएगी. ऐसा होते न देख चुनाव आयोग का इस्तेमाल बिहार चुनाव की घोषणा कराने की कोशिश हुई है. फिर भी किसान आंदोलन नही दबेगा.”

कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने भी बिहार चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद ट्विटर पर कहा कि इस बार नकली सुशासन बाबू के विदाई की बारी है. उन्होंने लिखा,

"बिहार की जनता ने अबकी बार कर ली है तैयारी, नवंबर 10 को है नकली सुशासन बाबू के विदाई की बारी, बिहार की जनता को जिसने दिया है दगा, पिछले चुनाव से पूर्व जो थे दुश्मन उसे अपने फायदे के लिये बना लिया सगा. नकली टॉपर, शेल्टर होम, सृजन घोटाला के बाद भी क्या बिहार में बहार है?"

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बिना टीवी-फोन वर्चुअल तरीके से कैसे होगा प्रचार?

जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने चुनाव की तारीखों के बाद चुनाव आयोग पर सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कि बिहार जैसे राज्य में जहां गरीबों के पास टीवी नहीं, लैपटॉप नहीं वहां वर्चुअल तरीके से प्रचार कैसे मुमकिन है. उन्होंने लिखा,

“चुनाव आयोग लोकतंत्र का गला घोंटने पर उतारू है. जब किसी गरीब के पास न टीवी है, न लैपटॉप है, न इंटरनेट है. फिर चुनाव का प्रचार वर्चुअल तरीके-से कैसे होगा? चुनाव आयोग सरकारों की शह पर जनमत को कैद कर लेना चाहती है. ऐसा होने नहीं देंगे. इसका हर परिस्थिति में विरोध होगा.”
पप्पू यादव

बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने तारीखों के ऐलान के बाद कहा कि वो इस फैसला का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि हमें यकीन है बिहार के लोग इस सरकार से छुटकारा पाना चाहते हैं. तेजस्वी ने कहा कि चुनावों में उनके लिए नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू कोई मैटर नहीं करती है, उनकी असली लड़ाई बीजेपी के साथ है.

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बीजेपी ने कहा- एनडीए की बनेगी सरकार

बीजेपी के बिहार चुनाव इंचार्ज के तौर पर काम कर रहे महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद कहा, पूरी दुनिया में कोरोना महामारी के बीच ऐसा बड़ा इवेंट पहली बार हो रहा है. बिहार के लोगों का मोदी जी और नीतीश कुमार-सुशील मोदी की सरकार पर विश्वास है. इस सरकार ने लोगों के लिए काम किया है. इसीलिए ये सरकार दोबारा चुनी जाएगी.

फडणवीस के अलावा केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब से सांसद रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि इस चुनाव में एनडीए को ही बहुमत हासिल होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ही एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री होंगे.

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