28 अक्टूबर को बिहार विधानसभा चुनाव के पहले फेज की वोटिंग हो रही है. 16 जिले, 71 सीट पर कितने वोटर हैं, कितने उम्मीदवारों की किस्मत तय होगी? कौन सी है VIP सीटें और कहां है रोचक मुकाबला? वोटिंग के लिए क्या हैं इंतजाम? जानिए सबकुछ.
पहले फेज में इन सीटों पर चुनाव
राज्य में 3 फेज के चुनावों के संचालन के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों के लगभग 30,000 जवानों की तैनाती हुई है.
बिहार की सबसे बड़ी ट्रैजिडी क्या है?
चुनाव के पहले चरण में राज्य सरकार के 8 मंत्रियों की परीक्षा है. इनमें कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा समेत शैलेश कुमार, जय कुमार सिंह, संतोष कुमार निराला, रामनारायण मंडल, विजय कुमार सिन्हा और बृजकिशोर बिंद- इन पर सबकी नजरें हैं.
अब बात धन और बाहुबल की.
इस चरण में 375 कैंडिडेट करोड़पति हैं. यानी औसतन हर तीसरा कैंडिडेट करोड़पति है. इनमें सबसे ज्यादा 41 में से 39 प्रत्याशी RJD के हैं और लिस्ट में सबसे पहला नाम मोकामा से चुनाव लड़ रहे RJD उम्मीदवार अनंत कुमार सिंह हैं जिनके पास 68 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है.
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, 328 यानी 31 प्रतिशत ऐसे उम्मीदवार हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. अगर पार्टी वाइज बात की जाए तो RJD के 73% उम्मीदवार आपराधिक छवि वाले हैं.
सबसे दिलचस्प मुकाबला होने जा रहा है इमामगंज सीट पर. क्योंकि यहां पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और बिहार विधानसभआ के पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी बीच मुकाबला होना है. मांझी अपनी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा(HAM) और उदय नारायण चौधरी RJD के टिकट पर मैदान में हैं.
महिला कैंडिडेट में खास नजर होगी नेशनल शूटर श्रेयसी सिंह पर जो BJP की तरफ से जमुई से पहली बार चुनाव लड़ रही हैं.
इतिहास की बात करें तो RJD-JDU-कांग्रेस गठबंधन ने पहले चरण के मतदान वाली 71 सीटों में से 54 सीटें जीती थीं. NDA को सिर्फ 15 सीटों पर ही जीत हासिल हुई थी. इस बार महागठबंधन 70 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है जिसमें RJD 42, कांग्रेस 21 और CPI (ML) 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं, BJP और JDU मिलकर इस फेज की 64 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं.
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