लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बीजेपी ने मेनिफेस्टो जारी कर दिया है, जिसे संकल्प पत्र का नाम दिया गया है. बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र (मेनिफेस्टो) में कुल 75 संकल्प लिए हैं. इन सभी संकल्पों को आजादी के 75 साल पूरे होने पर 2022 तक पूरा करने का वादा किया गया है.
बीजेपी के घोषणा पत्र जारी होने के मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी नदारद रहे. इस दौरान पार्टी के बड़े नेताओं में से अरुण जेटली, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अमित शाह मौजूद रहे.
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बीजेपी मेनिफेस्टो 2019: कांग्रेस ने बीजेपी को याद दिलाए वादे
- 2014 में 2 करोड़ रोजगार का वादा किया था, लेकिन उल्टा बेरोजगारी की दर 45 साल में सबसे अधिक हो गई
- किसान को लगात पर 50 प्रतिशत मुनाफा देने का वादा किया था, लेकिन फसल की कीमत के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है
- 80 लाख करोड़ काला धन 100 दिन में वापस लाने का वादा, 15 लाख अकाउंट में आने का वादा किया था
- दलितों आदिवासियों को न्याय दिलाने का वादा था, लेकिन आज देश में हर 12 मिनट में दलित पर अत्याचार होता है
असली मुद्दे घोषणा पत्र से गायब
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि घोषणा पत्र में नौकरी और रोजगार गायब था. नोटबंदी का भी कोई जिक्र नहीं किया गया. जीएसटी पर भी किसी ने अपना मुंह नहीं खोला. काले धन पर सत्ता में आए थे, लेकिन आज उसकी चर्चा भी नहीं हुई.
बीजेपी घोषणा पत्र 2019: कांग्रेस करेगी बीजेपी के 125 वादों का लेटर जारी
- मोदी सरकार का सफरनामा जुमलों से झांसे तक है, 125 करोड़ देशवासी मोदी जी के 125 झूठों का हिसाब मांग रहे हैं
- मोदी सरकार ने देश के विश्वास में विष घोल दिया है
- काम के नाम पर मोदी नाम के विद्यार्थी की कॉपी कोरी पड़ी है
- पांच साल में मोदी सरकार ने 27 लाख 12 हजार 924 करोड़ का कर्ज लिया
- हर महीने मोदी जी 45 हजार करोड़ कर्ज लेते हैं
बीजेपी मेनिफेस्टो पर कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस
- बीजेपी के घोषणा पत्र में मैं ही मैं
- बीजेपी को अपना मेनिफेस्टो नहीं माफीनामा जारी करना चाहिए
- पांच साल के बाद हिसाब देना चाहिए था कि क्या-क्या किया
- रोजगार के वादों का क्या हुआ, किसानों को किए वादों का क्या किया?
- बीजेपी का घोषणा पत्र झूठ का गुब्बारा है