एक तरफ एग्जिट पोल का शोर है, जिसमें एनडीए पूरे बहुमत के साथ केंद्र में सरकार बनाने जा रही है. वहीं दूसरी तरफ एन चंद्रबाबू नायडू विपक्ष को साधने के अपने काम में जुटे हैं. एग्जिट पोल के बाद भी नायडू का मिशन गठबंधन रुकने का नाम नहीं ले रहा. कई विपक्षी नेताओं से मिलने के बाद अब नायडू ममता बनर्जी से मुलाकात करने जा रहे हैं.
ममता को साथ लेने की कवायद
एन चंद्रबाबू नायडू ने कई विपक्षी नेताओं के बाद अब ममता बनर्जी से मिलने का फैसला लिया है. दोनों नेताओं में सोमवार शाम तक बातचीत हो सकती है. भले ही एग्जिट पोल कुछ और तस्वीर पेश कर रहे हों, लेकिन नायडू कोई भी मौका नहीं चूकना चाहते हैं. अगर एनडीए बहुमत हासिल नहीं कर पाता है तो ममता बनर्जी गठबंधन के लिए एक बड़ी जरूरत होंगी. इसीलिए गठबंधन पर पूरी बातचीत के लिए नायडू उनसे मिलने पहुंच रहे हैं.
नायडू पिछले चार दिनों से विपक्षी नेताओं के साथ लगातार मैराथन मीटिंग कर रहे हैं. राहुल गांधी, शरद पवार, मायावती, अखिलेश यादव, शरद यादव, सीताराम येचुरी और अरविंद केजरीवाल सहित कई अन्य नेताओं से नायडू मुलाकात कर चुके हैं
अखिलेश का साथ, माया पर सस्पेंस
एन चंद्रबाबू नायडू ने इससे पहले उत्तर प्रदेश में गठबंधन के समीकरण फिट करने की कोशिश की. उन्होंने यहां एसपी-बीएसपी गठबंधन के नेता अखिलेश यादव और मायावती से मुलाकात की. जिसके बाद अखिलेश यादव ने संकेत दिए कि वो सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस का साथ दे सकते हैं. इसके बाद मायावती और सोनिया गांधी के बीच मुलाकात की खबरें सामने आई थीं, लेकिन बीएसपी नेता ने इन्हें खारिज कर दिया.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी लोकसभा चुनाव के नतीजों के दिन यानि 23 मई को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में कई बड़े विपक्षी दल शामिल हो सकते हैं. नतीजों को देखते हुए इस बैठक में सरकार बनाने को लेकर फैसला लिया जा सकता है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)