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छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार: 10 एग्जिट पोल में कांग्रेस बहुमत के पार, BJP को 30-38 सीट

Chhattisgarh Exit Polls Analysis: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनती नजर आ रही है. देखिए आंकड़ों में अनुमान

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Chhattisgarh Poll of Polls 2023: छत्तीसगढ़ के चुनावी समर का परिणाम 3 दिसंबर को आएगा, लेकिन उससे पहले आए एग्जिट पोल के कायासों में कांग्रेस, प्रदेश में सरकार बनाती दिख रही है. अभी तक के आए सभी एग्जिट पोल में कांग्रेस बीजेपी से आगे दिख रही है. यानी भूपेश बघेल सरकार दोबारा सत्ता में वापसी करती दिख रही है. इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया ने कांग्रेस को 40-50 सीटें दी है, जबकि बीजेपी के खाते में 36-46 सीटें आती दिख रही हैं. ऐसे ही हमने 10 एग्जिट पोल्स का पोल ऑफ पोल्स निकाला है. आइए एक नजर डालते हैं, पोल ऑफ पोल्स पर...

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पोल ऑफ पोल्स में हमने 7 एग्जिट पोल्स को लिया है. इसमें इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया, न्यूज 24 टुडेज चाणक्य, जन की बात, एबीपी सी वोटर्स, टीवी-9 पोल स्टार्ट, रिपब्लिक पी मार्क, टाइम्स नाउ ईटीजी, दैनिक भास्कर और इंडिया टीवी सीएनएक्स शामिल हैं.
Chhattisgarh Exit Polls Analysis: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनती नजर आ रही है. देखिए आंकड़ों में अनुमान

इन सभी 10 एग्जिट पोल के पोल्स ऑफ पोल्स के मुताबिक कांग्रेस को 40-48 सीटें तो वहीं बीजेपी को 30-28 सीटें मिल रही हैं. 90 विधानसभा सीटों वाले छत्तीसगढ़ में बहुमत का आंकड़ा 46 का है. यानी जो भी पार्टी 46 के जादुई आंकड़े को पार करती है, उसकी सत्ता में वापसी होगी. पोल ऑफ पोल्स के आंकड़ों के मुताबिक कांग्रेस की सरकार में दोबारा सत्ता में वापसी दिख रही है, जबकि बीजेपी बहुमत से दूर होती नजर आ रही है.

विधानसभा वोटिंग परसेंटेज से भी मिले थे संकेत

छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में हुए थे. पहले चरण में 78 फीसदी, जबकि दूसरे चरण में 75.08 फीसदी वोट पड़े थे. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 में 76.45 फीसदी वोटिंग हुई थी. इस बार दो चरणों में मतदान हुए. पहले फेज में 78 फीसदी वोट पड़े थे, जबकि दूसरे चरण में 75.08 फीसदी वोटिंग हुई. दूसरे चरण में जिन 70 सीटों पर मतदान हुआ, वहां 2018 में कुल 76.69% वोट पड़े थे. वहीं, पहले चरण में जिन 20 सीटों पर मतदान हुआ था, वहां 2018 में कुल 77.23% वोटिंग हुई थी. यानी पिछले चुनाव के मुकाबले वोटिंग परसेंटेज में कमी आई है.

ऐसे में चुनावी पैटर्न के मुताबिक अगर किसी राज्य में पिछले चुनाव के मुकाबले कम वोटिंग होती है, तो ये माना जाता है कि वहां सरकार के प्रति एंटी इनकंबेंसी कम है. यानी सरकार जाने का रिस्क कम हो जाता है. हालांकि, ये पुख्ता दावा नहीं है, लेकिन जानकार इस वोटिंग पैटर्न से काफी सहमत नजर आते हैं. ऐसे में कांग्रेस और भूपेश बघेल के लिए एक खुशखबरी हो सकती है कि छत्तीसगढ़ में उनकी दोबारा सत्ता में वापसी होने की उम्मीद सत्ता से बाहर होने से ज्यादा है.

साल 2018 विधानसभा चुनाव में कैसा था पार्टियों का प्रदर्शन?

अगर, साल 2018 के विधानसभा चुनाव परिणाम की बात की जाए तो उस वक्त 90 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को 15 सीटें, कांग्रेस को 68 सीटें, BSP ने 2 सीटों पर कब्जा किया था, जबकि जेसीसी के खाते में 5 सीटें गईं थीं. कांग्रेस ने 68 सीटों के साथ भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार बनाई थी.

आपको बता दें कि साल 2018 विधानसभा चुनाव में कुल 76.45 फीसदी वोट पड़े थे. जिसमें से बीजेपी को 33.6 फीसदी, कांग्रेस को 43.9 फीसदी, जबकि बीएसपी के खाते में 3.9 फीसदी वोट आए थे

क्या था साल 2013 का चुनावी परिणाम?

अगर, साल 2013 के विधानसभा चुनाव परिणाम की बात की जाए तो उस वक्त 90 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को 49 सीटें, कांग्रेस को 39 सीटें, BSP ने 1 सीट पर कब्जा किया था, जबकि अन्य के खाते में 1 सीट गईं थीं. बीजेपी ने 49 सीटों के बहुमत के साथ रमन सिंह के नेतृत्व में सरकार बनाई थी.

आपको बता दें कि साल 2013 विधानसभा चुनाव में कुल 77.12 फीसदी वोट पड़े थे. जिसमें से बीजेपी को 41.04 फीसदी, कांग्रेस को 40.29 फीसदी, जबकि बीएसपी के खाते में 4.27 फीसदी वोट आए थे.

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