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बाड़मेर में ‘न्यूक्लियर’ वाले बयान पर PM को चुनाव आयोग की क्लीनचिट

अब बाड़मेर भाषण मामले में चुनाव आयोग ने पीएम नरेंद्र मोदी को क्लीनचिट दे दी है.

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अब बाड़मेर भाषण मामले में चुनाव आयोग ने पीएम नरेंद्र मोदी को क्लीनचिट दे दी है. 21 अप्रैल को बाड़मेर में पीएम मोदी ने अपनी रैली में कहा था,

‘भारत ने पाकिस्तान की धमकी से डरने की नीति को छोड़ दिया. ये ठीक किया न मैंने? वरना, आए दिन हमारे पास न्यूक्लियर बटन है, न्यूक्लियर बटन है, यही कहते थे, हमारे अखबार वाले भी लिखते थे, पाकिस्तान के पास भी न्यूक्लियर है, तो हमारे पास क्या है यह, ये दिवाली के लिए रखा है क्या?'

चुनाव आयोग ने इस भाषण को आचार संहिता का उल्लंघन नहीं माना है. इससे पहले उन्होंने लातूर, वर्धा में दिए गए भाषण पर भी चुनाव आयोग से क्लीनचिट मिल चुकी है.

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कांग्रेस ने की थी शिकायत

इस रैली के अगले ही दिन कांग्रेस ने पीएम के भाषण पर आपत्ति जताते हुए चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी. कांग्रेस का आरोप है कि पीएम लगातार भाषणों में सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो आचार संहिता का उल्लंघन है.

लातूर और वर्धा में दिए गए पीएम के भाषण पर भी आपत्ति जताई गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने लातूर में अपने भाषण में पहली बार के वोटरों से बालाकोट हवाई हमले के नायकों और पुलवामा हमले में शहीद हुए सैनिकों को अपना वोट समर्पित करने की अपील की थी. वहीं वर्धा में उन्होंने वायनाड सीट से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की आलोचना की थी और ‘‘संकेत’’ दिया था कि केरल के इस संसदीय क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय के मतदाताओं की संख्या अधिक है.

बता दें कि चुनाव आयोग ने मार्च में जारी चुनाव आयोग की सलाह के संदर्भ में रिपोर्ट मांगी थी, जिसमें पार्टियों को सशस्त्र बलों को राजनीतिक प्रचार में शामिल होने से रोकने के लिए कहा गया था. आयोग ने 19 मार्च को कहा था, "पार्टियों / उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि उनके प्रचारकों / उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार के दौरान, किसी भी राजनीतिक प्रचार में सुरक्षा बलों को शामिल करने से बचना चाहिए."

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