पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर आज चुनाव आयोग में फैसला होगा. इन सभी नेताओं के खिलाफ आचार संहिता की शिकायतों को लेकर चुनाव आयोग की फुल कमीशन बैठक बुलाई गई है. कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों की तरफ से पीएम मोदी और अमित शाह के चुनाव प्रचार में सेना का इस्तेमाल करने को लेकर शिकायत दर्ज करवाई गई थी. वहीं बीजेपी ने भी राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी.
हाल ही में चुनाव आयोग की वेबसाइट से आचार संहिता उल्लंघन पर पीएम मोदी की शिकायतें गायब हो गई थीं, लेकिन शिकायत के बाद आयोग ने कहा कि टेक्निकल फॉल्ट के चलते ये गलती हुई थी. विपक्ष ने इसके बाद चुनाव आयोग पर कई आरोप लगाए
20 दिन बाद कार्रवाई के लिए बैठक
चुनाव आयोग ने पीएम मोदी के भाषण के करीब 20 दिन बाद कार्रवाई के लिए बैठक बुलाई है. इससे पहले कई बार विपक्षी पार्टियां कार्रवाई की बात करती रही हैं. चुनाव आयोग अब इस फुल कमीशन बैठक में कोई बड़ा फैसला ले सकता है. क्योंकि बैठक में देश के तीन बड़े नेताओं पर फैसला होना है, इसीलिए फुल कमीशन बैठक में इस पर फैसला लिया जाएगा.
पीएम मोदी के उस भाषण पर फैसला लिया जाना है, जिसमें उन्होंने पहली बार वोट करने जा रहे युवाओं से पुलवामा हमले में शहीद जवानों और एयर स्ट्राइक करने वाले जवानों के लिए वोट डालने को कहा था. जबकि चुनाव आयोग ने पहले ही नोटिफिकेशन जारी कर सेना का इस्तेमाल करने को आचार संहिता का उल्लंघन बताया था
सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई
जहां आज चुनाव आयोग पीएम मोदी, राहुल गांधी और अमित शाह पर फैसला करने के लिए बैठक करने जा रहा है, वहीं सुप्रीम कोर्ट में भी कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव की याचिका पर सुनवाई होगी. सुष्मिता देव ने सुप्रीम कोर्ट से पीएम मोदी और अमित शाह के खिलाफ चुनाव आयोग को कार्रवाई के निर्देश देने की बात कही है. उनका कहना है कि पीएम मोदी और शाह ने खुलेआम कई बार आचार संहिता का उल्लंघन किया है, इसके बावजूद उन पर आयोग कार्रवाई करने को तैयार नहीं है.
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी फटकार
इससे पहले हेट स्पीच को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को जमकर फटकार लगाई थी. जिसके बाद आयोग ने एक्शन में आकर योगी आदित्यनाथ और मायावती पर कार्रवाई की थी. दोनों नेताओं के चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी गई थी. इसके बाद चुनाव आयोग ने नवजोत सिंह सिद्धू पर भी कार्रवाई की थी. इस कार्रवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि 'लगता है चुनाव आयोग को अपनी शक्तियां याद आ गईं'.
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