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हिमाचल: CM ने बनाई लिस्ट- प्रतिभा सिंह पहुंची दिल्ली! कौन-कौन बन सकता है मंत्री?

सुक्खू कैबिनेट के मंत्रियों के नाम लगभग तय! बस औपचारिक घोषणा बाकी- सीएम जाएंगे दिल्ली

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शिमला में लंबी खींचतान के बाद आखिरकार हिमाचल (Himachal) को सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) के रूप में मुख्यमंत्री और मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) के रूप में उपमुख्यमंत्री मिल गया. लेकिन अब इससे बड़ा पेंच मंत्रियों को लेकर फंसा हुआ है. बताया जा रहा है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंत्रियों की लिस्ट तैयार कर रखी है और जैसे ही इसकी जानकारी सांसद और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) को लगी तो वो बेटे विक्रमादित्य संग दिल्ली निकल पड़ीं.

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विक्रमादित्य के साथ- साथ प्रतिभा सिंह दिल्ली में

दरअसल हिमाचल में मंत्रियों को लेकर दो गुटों CM सुखविंदर सुक्खू और प्रतिभा सिंह के बीच घमासान नजर आ रहा है. सोमवार को सीएम सुक्खू ने विधायकों संग एक मीटिंग की. मीटिंग में विधायक राजेंद्र राणा, धनीराम शांडिल, विक्रमादित्य और रघुबीर सिंह बाली किसी कारणवश नहीं पहुंच सके. खबर है कि इसी बीच मीटिंग के बाद संभवत: मंत्रियों को लेकर चर्चा करने के लिए सुक्खू हाइकमान से मिलने दिल्ली जाने वाले हैं. लेकिन जैसे ही इसकी जानकारी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह को लगी तो वे विधायक बेटे विक्रमादित्य के साथ दिल्ली निकल गईं.

सुक्खू कैबिनेट के मंत्रियों के नाम लगभग तय!

CM सुक्खू का कहना है कि जल्द ही कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा. हालांकि बताया जा रहा है कि सुक्खू कैबिनेट में शामिल होने वाले मंत्रियों के नाम लगभग तय हो गए हैं. बस इसकी औपचारिक घोषणा होना बाकी है और इसके बारे में चर्चा के लिए सुक्खू दिल्ली जाने वाले हैं.

कौन-कौन नाम हो सकते हैं कैबिनेट में शामिल?

सुक्खू ने CM की घोषणा के बाद एक बयान में कहा था कि विक्रमादित्य को कैबिनेट में जरूर शामिल किया जाएगा. लिहाजा विधायक विक्रमादित्य सिंह का नाम मंत्री पद के लिए आगे देखा जा रहा है. इसकी दूसरी वजह वीरभद्र सिंह भी हैं. दरअसल प्रदेश कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के नाम से चुनाव जीतकर आई है, ऐसे में उन्हें क्रेडिट देते हुए विक्रमादित्य सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा.

इसके अलावा प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा से चंद्रकुमार भी मंत्री पद की दौड़ में हैं. धर्मशाला से सुधीर शर्मा, जो पहले भी मंत्री रह चुके हैं, उनका नाम भी आगे चल रहा है. कुल्लू से सुंदर ठाकुर, किन्नौर से जगत सिंह नेगी, बिलासपुर से राजेश धर्माणी, सिरमौर से हर्षवर्धन सिंह चौहान और बड़सर से इंद्रदत्त लखनपाल का नाम तय माना जा रहा है. वहीं भटियात के विधायक कुलदीप पठानिया भी मंत्री बनने की चर्चाओं में हैं
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विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए दो नाम

खेमे से हटकर कई ऐसे समीकरण हैं जिसके आधार पर कैबिनेट तय होना है. इसी तरह अगर जनजातीय समीकरण देखते हुए पार्टी लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर को मंत्री बना सकती है. वहीं सोलन से विधायक और वरिष्ठ नेता धनीराम शांडिल को विधानसभा अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है. इसके अलावा मंडी जिले में कांग्रेस को महज एक सीट मिली है लिहाजा यहां धर्मपुर के विधायक चंद्रशेखर को विधानसभा उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है.

कांगड़ा-शिमला से दो-दो के बीच फंसा पेंच

शिमला और कांगड़ा दो ऐसे जिले हैं जहां से पार्टी को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं. ऐसे में इन्ही जिलों पर मंत्रियों को लेकर पेंच भी फंसा हुआ है. शिमला की बात करें तो यहां से कई विधायक मंत्री पद की दौड़ में हैं. लिहाजा यहां विक्रमादित्य सिंह के अलावा जुब्बल कोटखाई के विधायक रोहित ठाकुर, कसुम्पटी से अनिरुद्ध सिंह के बीच मामला फंसा है. इसी तरह कांगड़ा मंत्री पद के लिए लगभग दो विधायकों का नाम आगे हैं, लेकिन तीसरे के लिए आशीष बुटेल और रघुवीर सिंह बाली में पेंच फंसा. बता दें कि रघुवीर सिंह बाली AICC के सचिव भी हैं.

प्रतिभा को क्या डर, क्यों गईं दिल्ली?

दरअसल हौलीलॉज के हाथ से मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री दोनों ही पद फिसल गए हैं. ऐसे में कहीं न कहीं शायद प्रतिभा सिंह चाहती हैं कि कम से कम मंत्री पद तो हौलीलॉज को मिले. लिहाजा सुक्खू की कैबिनेट लिस्ट लगभग फाइनल होने की बात पता चलते ही वे बेटे विक्रमादित्य के साथ दिल्ली निकल गई हैं. हालांकि सुक्खू ने पहले ही विक्रमादित्य को मंत्री बनाने की बात कही है.

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