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हरियाणा चुनाव में पहली बार लड़ी JJP का बेहतर प्रदर्शन: सर्वे

अभी जननायक जनता पार्टी को बने 1 साल भी नहीं हुए हैं

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चुनाव
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इंडियन नेशनल लोकदल से टूट कर बनी जननायक जनता पार्टी को अभी बने हुए 1 साल पूरे भी नहीं हुए हैं. लेकिन सोमवार को हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव पहली बार मैदान में उतरी जेजेपी बेहतर परफॉर्म करती नजर आ रही है. आईएएनएस और सी-वोटर के सर्वे के मुताबिक जेजेपी को 16.6 फीसदी वोट मिलने के अनुमान हैं. वहीं इस चुनाव में बीजेपी को 44.1 और कांग्रेस को 27.7 फीसदी वोट मिलने के अनुमान हैं.

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जननायक जनता पार्टी के अध्यक्ष अजय चौटाला पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के पोते और हरियाणा के 4 बार मुख्यमंत्री रहे ओमप्रकाश चौटाला के बेटे हैं. पिता ओपी चौटाला और भाई अभय चौटाला के साथ द्वंद्व के चलते अभय ने आईएनएलडी छोड़कर जेजेपी का गठन किया.

इस एग्जिट पोल के मुताबिक जेजेपी को बागर क्षेत्र में सबसे ज्यादा 23.3 फीसदी वोट मिले हैं. इसके बाद जाटलैंड में 16.6 फीसदी, कुरुक्षेत्र में 15.6 और अहीरवाल में 13.2 फीसदी वोट मिला है.

जेजेपी ने हरियाणा की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ा है. बता दें कि हरियाणा कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने जेजेपी को समर्थन देने की घोषणा की थी.

दुष्यंत ने की थी इमोशनल अपील

साल 2014 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में आईएनएलडी को 19 सीटों पर जीत मिली थी. बाद में जब जेजेपी का गठन हुआ तो आईएनएलडी के 4 विधायक टूटकर इस तरफ आ गए. अपने पिता की गैर हाजिरी में दुष्यंत चौटाला ही पार्टी की कमान संभाले हुए हैं.

चुनाव प्रचार के दौरान दुष्यंत ने परिवार में चल रहे कलह को जनता के सामने कई बार रखा और भावनात्मक रूप से सपोर्ट पाने की कोशिश करते दिखे. दुष्यंत लोगों से ये कहते दिखाई दिए कि जेजेपी ही देवीलाल की असली विरासत को आगे ले जाने वाली पार्टी है.

दुष्यंत अपनी सभाओं में कहा करते थे कि लोग देवीलाल को जननायक कहा करते थे इसलिए उनकी पार्टी के नाम में जननायक शब्द को जोड़ा गया है. इसके अलावा दुष्यंत युवाओं पर ज्यादा जोर देते भी दिखे जिसमें वो ज्यादा रोजगार देने की बात करते थे.

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चौटाला ने खेला था महिला आरक्षण कार्ड

आईएनएलडी को पता था कि जेजेपी चुनाव में उसको नुकसान पहुंचा सकती है. इसलिए परोल पर जेल से बाहर आए ओपी चौटाला ने 8 अक्टूबर को सभा की कई कार्ड खेले.

‘‘8 अक्टूबर को पेरोल खत्म कर के मैं वापस जेल जा रहा हूं और चुनाव की जिम्मेदारी लेना अब कार्यकर्ताओं के कंधों पर है.’’
ओपी चौटाला

इसी सभा में चौटाला ने महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण देने की बात भी कही.

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