ADVERTISEMENTREMOVE AD

‘कब्र’ वाले बयान पर गिरिराज सिंह को चुनाव आयोग का नोटिस

आचार संहिता के उल्लंघन मामले में गिरिराज सिंह को चुनाव आयोग का नोटिस.

Published
चुनाव
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार गिरिराज सिंह के खिलाफ चुनाव आयोग ने आचार संहिता उल्लंघन मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है. गिरिराज सिंह ने चुनाव प्रचार के दौरान आरजेडी उम्मीदवार तनवीर हसन पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘कब्र के लिए तीन गज जमीन चाहने वाले वन्दे मातरम नहीं बोल सकते, उन्हें भारत में रहने का हक नहीं है.’

गिरिराज ने ये बयान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में दिया था.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

जिला निर्वाचन अधिकारी ने दर्ज कराई थी FIR

गिरिराज सिंह के विवादित बयान पर जिला चुनाव अधिकारी ने पहले ही आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज कराया था. चुनाव अधिकारी ने गिरिराज के खिलाफ जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 125 और 123, धारा 153A, 153B, 295A, 171C, 188, 298 और 505 दो के तहत एफआईआर दर्ज कराई थी. चुनाव अधिकारी ने कहा था कि बीजेपी उम्मीदवार ने अपने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यकों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला भाषण दिया था.

0

क्या कहा था गिरिराज ने ?

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मंच पर मौजूदगी में गिरिराज सिंह ने आरजेडी उम्मीदवार तनवीर हसन का जिक्र करते हुए विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था, “आरजेडी के उम्मीदवार दरभंगा में कहते हैं कि मैं वंदे मातरम् नहीं बोलूंगा. बेगूसराय में भी कुछ ऐसे लोग आकर बड़े भाई का कुर्ता और छोटे का पायजामा पहनकर घूम रहे हैं. लेकिन मैं उन्हें कहना चाहता हूं जो वंदे मातरम नहीं बोल सकता जो भारत की मातृभूमि को नमन नहीं कर सकता, अरे गिरिराज के तो बाबा दादा सिमरिया घाट में गंगा के किनारे मरे और उस भूमि पर हमने कोई कब्र नहीं बनाई. तुम्हें तो तीन हाथ की जगह भी चाहिए. अगर तुम नहीं कर पाओगे तो देश कभी माफ नहीं करेगा.”

ADVERTISEMENTREMOVE AD

हाल ही, में गिरिराज सिंह ने हरे रंग के इस्लामिक झंडे पर बैन लगाने की बात कही थी. उनका कहना था कि हरे रंग के झंडे को मुसलमानों से जुड़े राजनीतिक और धार्मिक संगठनों से जोड़ कर देखा जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे झंडे समाज में घृणा फैलाते हैं और पाकिस्तान में होने की धारणा बनाते हैं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×