एसोसिएसन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्मस् (ADR) ने मध्यप्रदेश में चुने गए नए 230 विधायकों के बारे में अपनी रिपोर्ट निकाली है. इस रिपोर्ट में विधायकों की सम्पत्ति, आपराधिक मामले और शैक्षणिक बैकग्राउंड के बारे में जानकारी साझा की है. हाल ही में हुए मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कुल 230 सीटों में से 163 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बना ली है. दूसरे पायदान पर रही कांग्रेस 66 सीट ही जीत सकी.
मध्य प्रदेश में चुने गए कुल 230 विधायकों में से 90 विधायकों ने अपने चुनावी हलफनामें में स्वयं पर आपराधिक केस होने की बात लिखी है. तो वहीं 34 विधायकों पर अति गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
मध्य प्रदेश के 90 विधायकों पर दर्ज हैं आपराधिक मामले
मध्य प्रदेश में जिन 90 विधायकों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज है उनमें से 51 भारतीय जनता पार्टी (BJP) के और 38 विधायक कांग्रेस पार्टी के हैं. इस सूची में भारतीय आदिवासी पार्टी का भी एक विधायक शामिल है.
मध्य प्रदेश में चुने गए विधायकों के पास कितनी है कुल सम्पत्ति?
ADR की रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश विधानसभा 2023 में चुने गए 230 विधायकों में से 205 विधायक करोड़पति हैं. 205 करोड़पति विधायकों में से 144 करोड़पति विधायक BJP के हैं और 61 करोड़पति विधायक कांग्रेस पार्टी के हैं. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में करोड़पति विधायकों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखी गई है क्योंकि, पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में 187 विधायक ही करोड़पति थे.
रतलाम सिटी से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक चेतन्य कश्यप मध्य प्रदेश के चुने गए विधायकों में सबसे अमीर विधायक हैं. चेतन्य कश्यप की कुल सम्पत्ति 296 करोड़ रुपएसे अधिक है.
मध्य प्रदेश में दूसरे सबसे अमीर विधायक बीजेपी के विजयगढ़ सीट से चुने गए संजय सत्येंद्र पाठक हैं. जिनकी कुल नेटवर्थ 241 करोड़ रुपएकी है.
और कांग्रेस के मुख्यमंत्री उम्मीदवार और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की टोटल सम्पत्ति 134 करोड़ रुपएकी है.
विधायकों की शैक्षणिक योग्यता
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में जीते 230 विधायकों में से 161 विधायक स्नातक या परास्नातक की डिग्री कर चुके हैं. तो वहीं 64 विधायक ऐसे हैं जिन्होंने कक्षा 5वीं से लेकर 12वीं तक की शिक्षा प्राप्त की है. और 3 विधायकों डिप्लोपा किया हुआ है. इसके अलावा चुने गए दो विधायक सिर्फ शिक्षित हैं.
27 विधायक महिलाएं हैं
मध्य प्रदेश में चुने गए 230 विधायकों में से 27 महिला विधायक चुनी गईं हैं जो कि टोटल विधायकों का 12 प्रतिशत है. इस बार महिला विधायकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में महिला विधायकों की संख्या 21 थी जो कि अब बढ़कर 27 हो गई है.
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