शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिए गए विवादित बयान पर चुनाव आयोग ने भोपाल से बीजेपी की उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर को नोटिस थमा दिया है. चुनाव आयोग ने प्रज्ञा ठाकुर को 24 घंटे के भीतर अपना जवाब दाखिल करने को कहा है.
मध्य प्रदेश के भोपाल संसदीय क्षेत्र से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने मुंबई एटीएस के प्रमुख रहे हेमंत करकरे को लेकर कहा था कि उन्होंने ही करकरे को श्राप दिया था और उसी के चलते वह आतंकवादियों का शिकार बने.
जिला चुनाव अधिकारी ने थमाया नोटिस
भोपाल के जिला चुनाव अधिकारी और कलेक्टर ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की कार्रवाई के तहत प्रज्ञा ठाकुर को नोटिस जारी किया है. चुनाव अधिकारी ने मुंबई हमले के शहीद हेमंत करकरे को लेकर की गई विवादित टिप्पणी पर प्रज्ञा ठाकुर को 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा है.
करकरे को लेकर प्रज्ञा ठाकुर ने क्या कहा था?
प्रज्ञा ठाकुर ने मुंबई एटीएस के प्रमुख रहे और आतंकवादियों के हाथों शहीद हुए हेमंत करकरे पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए विवादित बयान दिया था. हालांकि, उन्होंने बाद में अपना बयान वापस लेते हुए माफी भी मांग ली.
प्रज्ञा ने कहा कि उन्होंने करकरे को श्राप दिया था और उसी के चलते वह आतंकवादियों का शिकार बने. मालेगांव बम विस्फोट के आरोप में गिरफ्तारी और उन पर हुई कार्रवाई के बारे में प्रज्ञा ठाकुर ने शुक्रवार को कोलार क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से बात की. उन्होंने कहा कि उन दिनों वह मुंबई जेल में थीं. जांच आयोग ने सुनवाई के दौरान एटीएस के प्रमुख हेमंत करकरे को बुलाया और कहा कि जब प्रज्ञा के खिलाफ कोई सबूत नहीं है तो उन्हें छोड़ क्यों नहीं देते. तब हेमंत ने कई तरह के सवाल पूछे, जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि इसे भगवान जाने. इस पर करकरे ने कहा कि 'तो, क्या मुझे भगवान के पास जाना होगा.'
प्रज्ञा ने कहा, "उस समय मैंने करकरे से कहा था कि तेरा सर्वनाश होगा, उसी दिन से उस पर सूतक लग गया था और सवा माह के भीतर ही आतंकवादियों ने उसे मार दिया था. हिंदू मान्यता है कि परिवार में किसी का जन्म या मृत्यु होने पर सवा माह का सूतक लगता है. जिस दिन करकरे ने सवाल किए, उसी दिन से उस पर सूतक लग गया था, जिसका अंत आतंकवादियों द्वारा मारे जाने से हुआ."
26 नवंबर 2008 को मुंबई में आतंकवादियों ने हमला किया था. इन आतंकवादियों का मुकाबला करते हुए हेमंत करकरे शहीद हुए थे.
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