लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तमाम न्यूज चैनलों और सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल आ चुके हैं. उत्तर प्रदेश में बीजेपी को नुकसान का अनुमान बताया जा रहा है. टीवी चैनलों और सर्वे एजेंसियों ने जो आंकड़े जारी किए हैं, उसके मुताबिक एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन बीजेपी की सीटों में सेंधमारी करता दिख रहा है.
हालांकि, उत्तर प्रदेश को लेकर जो एग्जिट पोल सामने आए हैं, उनमें बहुत अंतर नजर आ रहा है. ऐसे में असली तस्वीर तो नतीजे आने के बाद ही सामने आ पाएगी. हालांकि, एग्जिट पोल में आए अनुमानों से उम्मीद की जा रही है कि इस बार यूपी में एसपी-बीएसपी गठबंधन ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी है.
चुनाव नतीजों की असली तस्वीर तो 23 मई को ही साफ होगी, लेकिन एग्जिट पोल से एक अनुमान मिल गया है कि एनडीए को 2019 में उतना भी नुकसान नहीं हुआ, जितने नुकसान की चर्चा थी.
औपचारिक नतीजों से पहले क्या कहते हैं एग्जिट पोल के आंकड़े-
- न्यूज 24- टुडे चाणक्य के एग्जिट पोल में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से BJP को 65 (+/- 8), SP+BSP+RLD को 13 (+/- 6) और कांग्रेस को 2 (+/- 2) सीटें मिलने का अनुमान है.
- इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से BJP+ को 62 से 68 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं, महागठबंधन को 10 से 16 सीटें मिलती दिख रही हैं.
- ABP Exit Poll के मुताबिक, यूपी में बीजेपी को बड़ा झटका लग सकता है. यहां गठबंधन को 56 सीटें मिलती दिख रहीं हैं. वहीं बीजेपी 22 सीटों पर सिमटती दिख रही है. कांग्रेस को दो सीटें मिलने का अनुमान है.
- टाइम्स नाउ-वीएमआर एग्जिट पोल में बीजेपी+ को 58 सीटें मिलती दिख रहीं हैं, वहीं एसपी-बीएसपी गठबंधन के खाते में 20 सीटें आ सकती हैं. इसके अलावा कांग्रेस+ के हिस्से दो सीटें आ सकती हैं.
- सी वोटर के सर्वे में उत्तर प्रदेश में एसपी-बीएसपी गठबंधन बीजेपी पर भारी पड़ता दिख रहा है. एसपी-बीएसपी गठबंधन को उत्तर प्रदेश में 40 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं बीजेपी 38 सीटों पर सिमटती दिख रही है.
SP-BSP गठबंधन ने बीजेपी को दी कड़ी टक्कर
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटें हैं. ऐसे में केंद्र की सियासत में यूपी बड़ी अहमियत रखता है. 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की थी. यूपी की 80 सीटों में से बीजेपी ने 71 सीटों पर जीत दर्ज कराई थी. इस चुनाव में भी बीजेपी के सामने अपना प्रदर्शन दोहराने की चुनौती थी.
लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पहले एसपी-बीएसपी ने अप्रत्याशित गठबंधन कर सबको चौंका दिया था. गठबंधन ने रायबरेली और अमेठी की दो सीटों को छोड़कर सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और बीजेपी को कड़ी टक्कर दी. एसपी-बीएसपी गठबंधन में जगह ना पाने वाली कांग्रेस ने भी इस बार यूपी में मजबूत दावेदारी की कोशिश की.
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं कांग्रेस को दो और एसपी को 5 सीटें हासिल हुईं थीं. उस चुनाव में बीएसपी अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी. यही वजह रही कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने को राजी हो गईं.
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