पंजाब के बठिंडा में एक चुनावी रैली के दौरान मंगलवार को प्रियंका गांधी ने राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) पर जमकर निशाना साधा. प्रियंका ने कहा, "जब पूरा पंजाब देश की आजादी के लिए लड़ रहा था, आरएसएस के लोग अंग्रेजों की 'चमचागिरी' (चापलूसी) कर रहे थे." प्रियंका ने कहा, आरएसएस कभी भी आजादी के आंदोलन में शामिल नहीं हुए.
तपस्वी प्रधानमंत्री की सरकार अहंकारी: प्रियंका
इससे पहलेे कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को मध्य प्रदेश के रतलाम में पीएम मोदी को तपस्वी कहते हुए उनकी सरकार को अहंकारी बताया था. एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी कहने लग गए हैं कि वो बहुत बड़े तपस्वी हैं, 50 सालों की तपस्या के जरिए ही आपके लिए कितने बड़े-बड़े काम किए हैं. तपस्या अहंकार को तोड़ती है, तपस्या गुस्से और नफरत का विनाश करती है, मगर इनकी तपस्या ने अहंकार नहीं तोड़ा है."
किसानों की बदहाली का जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा-
पिछले पांच सालों में किसानों को नकारा गया, तपस्वी प्रधानमंत्री फसल का उचित दाम नहीं दिला पाए. प्रधानमंत्री 12 हजार किसानों की आत्महत्या को देखकर भी मौन रहे
मध्य प्रदेश के इंदौर में रैली के दौरान एक रोचक नजारा देखने को मिला. प्रियंका जब सड़क मार्ग से गुजर रही थीं तभी कुछ लोग मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे. प्रियंका अपनी कार से उतरकर मोदी भक्तों से मिलने जा पहुंचीं और उन्होंने उनसे हाथ मिलाया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)