पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में कई चौंकाने वाले नतीजे देखने को मिले. मसलन पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का अपनी दोनों सीटों से हार जाना. अमृतसर सेंट्रल सीट से 5 बार के विधायक और डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी की पराजय. चन्नी सरकार में कृषि मंत्री रहे रणदीप सिंह नाभा की भी हार हुई.
इस सबके बीच आम जनता के मन में बड़ा सवाल यही है कि कांग्रेस के इन दिग्गजों को हराया किसने? कौन हैं ये नेता जिन्होंने कांग्रेस के सूरमाओं को चुनावी मैदान में ढेर कर दिया.
डॉक्टर चरणजीत सिंह
पंजाब विधानसभा चुनाव का सबसे चौंकाने वाला नतीजा सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का चमकौर साहिब सीट से हार जाना है. पंजाब के मुख्यमंत्री को उनकी परंपरागत सीट से हराने वाले आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार डॉक्टर चरणजीत सिंह हैं. उन्हें 70 हजार 248 वोट पड़े और 7 हजार 942 वोटों से सीएम चन्नी को हराया. दोनों के बीच 2017 में भी मुकाबला हुआ था लेकिन तब चन्नी भारी पड़े थे.
कौन हैं डॉ. चरणजीत सिंह?
स्कूली शिक्षा चंडीगढ़ से करने के बाद पटियाला से MBBS की.
एमएस करने के बाद 1989 में सरकारी सेवा में आ गए.
करीब दस सालों के बाद नौकरी छोड़ कर प्राइवेट प्रैक्टिस शुरू की.
बड़े पैमाने पर लोगों के लिए फ्री आई कैम्प लगाते रहे हैं.
2014 में चरणजीत सिंह डॉक्टर सेल के अध्यक्ष बनें.
2015 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए.
डॉक्टर अजय गुप्ता
AAP ने पंजाब में न केवल जीत हासिल की बल्कि ऐसे दिग्गज को भी हराया है जिनकी जीत पक्की मानी जा रही थी. आप के डॉक्टर अजय गुप्ता ने अमृतसर सेंट्रल सीट से 5 बार के विधायक और डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी को करारी शिकस्त दी. अजय गुप्ता को 40 हजार 837 वोट मिले हैं और उन्होंने 14 हजार 26 वोटों से जीत हासिल की.
कौन हैं डॉक्टर अजय गुप्ता?
डॉक्टर अजय गुप्ता मेडिसिन के डॉक्टर और संजीवनी अस्पताल के मालिक हैं.
2017 में भी डॉक्टर अजय गुप्ता ने चुनाव लड़ा था और उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
गुरिंदर सिंह गैरी बिरिंग
अमलोह विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के 35 साल के उम्मीदवार गुरिंदर सिंह गैरी ने इस चुनाव में सबको चौंका दिया. अपने पहले ही चुनाव में गुरिंदर ने चन्नी सरकार में कृषि मंत्री रहे रणदीप सिंह नाभा को करारी शिकस्त दी. रणदीप सिंह नाभा के खिलाफ गुरिंदर गैरी ने यह बाजी 36 हजार 835 वोटों से जीती. तो अकाली दल के गुरप्रीत सिंह राजू को 24 हजार 663 वोट से हराया. अमलोह सीट से गुरिंदर को 46.43% वोट मिले हैं.
कौन हैं गुरिंदर सिंह गैरी?
35 साल के गैरी बिरिंग पंजाब के लुधियाना के रहने वाले हैं.
गुरिंदर ने इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए की पढ़ाई की है.
किसान आंदोलन के दौरान पहली बार लाइम लाइट में आए.
गुरिंदर सिंघू बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों के बच्चों के लिए स्कूल और लाइब्रेरी चलाते थे.
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