पंजाब (Punjab) के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) अपनी नई पार्टी लॉन्च करने जा रहे हैं. कैप्टन के मीडिया एडवाइजर की तरफ से साफ किया गया है कि वो अपनी नई पार्टी का जल्द ऐलान करने वाले हैं. साथ ही बीजेपी के साथ गठबंधन की भी बात कही गई है, लेकिन इसके लिए किसान आंदोलन के समाधान की शर्त रखी गई है.
बीजेपी के साथ गठबंधन, लेकिन शर्तें लागू
कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया एडवाइजर रवीन ठुकराल ने ट्विटर पर बताया कि जल्द नई पार्टी लॉन्च की जाएगी. उन्होंने कैप्टन की तरफ से लिखा,
"पंजाब के भविष्य की लड़ाई जारी है. मैं जल्द पंजाब के लोगों की सेवा के लिए अपनी नई पार्टी का ऐलान करूंगा. जिसमें उन किसानों का भी हित होगा जो पिछले एक साल से लड़ाई लड़ रहे हैं. अगर किसान आंदोलन का समाधान निकलता है तो उम्मीद है कि बीजेपी के साथ आने वाले चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा होगा. साथ ही समान विचारधारा के दलों के साथ भी गठबंधन किया जाएगा."
कांग्रेस से दूरी के बाद नई पार्टी बनाने का फैसला
मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद कांग्रेस आलाकमान से नाराज कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साफ कर दिया था कि वो कांग्रेस में नहीं रहेंगे. लेकिन ये भी कहा था कि वो बीजेपी में शामिल नहीं होने जा रहे हैं.
इसके बाद से ही लगातार इस तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं कि अमरिंदर सिंह अपनी पार्टी का ऐलान कर सकते हैं. कैप्टन कांग्रेस और खासतौर पर नवजोत सिंह सिद्धू को चोट पहुंचाने की पूरी तैयारी में हैं.
आंदोलन के समाधान को लेकर दिए संकेत
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक चैनल के साथ इंटरव्यू में ये भी संकेत दिए हैं कि जल्द किसान आंदोलन को लेकर कोई समाधान निकाला जा सकता है. क्योंकि कृषि कानूनों के विरोध में उठे किसान आंदोलन में सबसे ज्यादा किसान पंजाब से हैं, ऐसे में चुनाव से ठीक पहले कैप्टन का ये बयान काफी अहम माना जा रहा है.
अगर वाकई में चुनावों से पहले कोई समाधान निकलता है तो कैप्टन इसे अपनी जीत के तौर पर पेश कर सकते हैं. साथ ही बीजेपी के साथ गठबंधन का कैप्टन के पास ये एक सबसे बड़ा कारण हो सकता है. वहीं अगर मुद्दा नहीं सुलझा तो भी कैप्टन ये कहेंगे कि उन्होंने किसानों के लिए बीजेपी से हाथ नहीं मिलाया.
बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की जगह कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया. सिद्धू और कैप्टन के बीच चल रही लड़ाई के बाद आखिरकार सिद्धू की जीत हुई. इससे नाराज कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनका अपमान किया गया है और कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया. इसके बाद से ही उनकी तरफ से उठाए जाने वाले अगले कदम का इंतजार किया जा रहा था.
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