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BJP के मेनिफेस्टो में बड़ी चूक, महिलाओं के खिलाफ लिख डाली ये बात

बीजेपी का घोषणा पत्र अपने वादों से ज्यादा अपनी गल्तियों के कारण चर्चा में है

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बीजेपी का घोषणापत्र जब से जारी हुआ है, तभी से चर्चाओं का कारण बना हुआ है, लेकिन अपने वादों के लिए नहीं, बल्कि गल्तियों के लिए. 'संकल्प पत्र या संकल्प पात्रा' के बाद अब बीजेपी मेनिफेस्टो में एक बड़ी गलती सामने आई है. कांग्रेस सोशल मीडिया चीफ दिव्या स्पंदना ने मेनिफेस्टो में ये बड़ी गलती निकाली, जिसमें लिखा है- 'made strict provisions for transferring the laws in order to commit crimes against women (महिलाओं के खिलाफ अपराध करने के लिए कड़े कानून बनाने के प्रावधान).

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'महिला सशक्तिकरण' नाम के चैप्टर में,

‘महिलाओं के लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना’ सेक्शन के अंदर 11वां प्वाइंट कहता है, ‘महिलाओं की सुरक्षा को ज्यादा प्राथमिकता दी जाएगी. हमने गृह मंत्रालय में महिला सुरक्षा डिविजन बनाया है, और महिलाओं के खिलाफ अपराध करने के लिए कड़े कानून बनाने के प्रावधान बनाए जाएंगे.’

इसी सेंटेंस में, 'ट्रायल (trial) ऑफ रेप' को 'ट्रेल (trail) ऑफ रेप' लिखा गया है.

कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने भी इस गलती को ट्वीट किया और लिखा, 'कम से कम बीजेपी मैनिफेस्टो में एक प्वाइंट उनके इरादों को दर्शाता है.'

कई ट्विटर यूजर्स का मानना है कि मैनिफेस्टो में इतनी बड़ी गलती दिखाती है कि उसपर ध्यान नहीं दिया गया.

एक यूजर ने लिखा, 'राहुल गांधी के भाषण में गलतियां निकालने में इतने बिजी थे कि अपनी गल्तियों पर ध्यान नहीं दिया.'

इसके अलावा ट्विटर यूजर्स ने मैनिफेस्टो में मौजूद बाकी गलतियां भी निकालीं. घोषणापत्र में 'विद्यालय' शब्द को एक ही सेंटेंस में दो तरह से लिखा गया है. पत्रकार वसुधा वेणुगोपाल ने कहा कि ये दिखाता है कि 'मैनिफेस्टो को कितनी जल्दी में बनाया गया है.'

ट्विटर यूजर्स ने कहा कि बीजेपी अपने मैनिफेस्टो में ग्रैमर और स्पेलिंग चेक करना भूल गई.

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