लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सभी राजनीतिक दल प्रचार अभियान खत्म कर चुके हैं. अब पीएम मोदी शांति और साधना के मोड में नजर आ रहे हैं. चुनाव प्रचार खत्म होने के अगले ही दिन पीएम मोदी साधना के लिए केदारनाथ पहुंच गए हैं, अलग-अलग कैमरा एंगल के साथ उनकी तस्वीर भी सामने आ रही है और सोशल मीडिया पर तैर भी रही है
एक ट्विटर यूजर ने लिखा है, “मैं उसके बिना रह सकता हूं. लेकिन नरेंद्र मोदी एक घंटा भी कैमरे के बिना नहीं रह सकते...”
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ शमा मोहम्मद ने लिखा, "एक नॉर्मल व्यक्ति को मेडिटेशन के लिए शांति, शांत और एकांत की आवश्यकता होती है. मोदीजी को कैमरामैन चाहिए!"
“मोदी को कोई भी रोक नहीं सकता है. उनको पता है कि एक भी शब्द कहे बगैर कैंपन कैसे करना है.”
“नरेंद्र मोदी अपने कैमरामैन के साथ साधना कर रहे हैं. 2019 लोकसभा चुनाव के बाद अपने नए जीवन के लिए कमर कस रहे हैं.”
“बड़े ही शांत वातावरण में बहुत ही तन्मयता के साथ इस देश के प्रधानमंत्री जी अपनी फोटो निकलवाते हुए. अरे भाई गुफा में जाकर नौटंकी करने की जरूरत ही क्या थी! पब्लिक आपको अच्छे से जानती ही है.”
"केदारनाथ की तरफ पीठ करके कैमरानाथ को किया प्रणाम”
“जब सभी राजनीतिक दलों ने लोकसभा चुनाव के आखिरी समय में प्रचार करना बंद कर दिया है, मोदी अभी भी सरकारी खर्चे पर अपने तरीके से प्रचार कर रहे हैं. लेकिन अफसोस, विपक्षी उनके खिलाफ ईसीआई में शिकायत दर्ज नहीं कर सकते हैं!!”
“क्या ANI मोदी को फॉलो कर रहा है या मोदी ANI को फॉलो कर रहे हैं.”
“मेडिटेशन अच्छा है.... पोज और भी बेहतर है... मोदी जी 1988 का डिजिटल कैमरा केदारनाथ लेकर गए हैं. जहां मंदिर परिसर में कई नोटिस बोर्ड पर लिखा होता है कि "फोन/कैमरा जैसी चीजों की अनुमति नहीं है.”
“भगवान के नाम पर ये क्या है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पहले एक टोपी पहनकर केदारनाथ मंदिर में लाल कालीन पर चलते हैं. फिर वह एक गुफा में चुपचाप कैमरे के साथ बैठ जाते हैं. मित्रों, ये नकली है.”
“मैंने सुबह ही एक जगह कमेंट किया था कि फोटो भेज देना ध्यान करते वक्त की, लो आ गया फोटो.”
“हारा हुआ राजा, रनिवास में जाता था. हारा हुआ नेता अध्यात्म में जाता है”
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