राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने विपक्ष के सभी नेताओं से न्यूज चैनलों की डिबेट में शामिल नहीं होने का आग्रह किया है.
तेजस्वी ने एक ट्वीट में कहा, "साथियों! एक तरफ हम भुखमरी, बेरोजगारी, किसान और सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं, वही मुख्यधारा की मीडिया का एक बड़ा वर्ग BJP मुख्यालय की ओर से तय एजेंडे के तहत इन सरोकारों पर पर्दा डाल रहा है. आइए हम सामूहिक रूप से उन चैनलों का बहिष्कार करने का फैसला लें."
विपक्षी दलों को जारी किए गए एक लेटर में तेजस्वी यादव ने कुछ न्यूज चैनलों पर डिबेट के दौरान विपक्षी नेताओं को बदनाम करने का आरोप लगाया है. तेजस्वी ने कहा, ''हर शाम टीवी चैनलों पर डिबेट शो कराया जाता है. इनमें से कुछ चैनलों का उद्देश्य सिर्फ विपक्षी पार्टियों को बदनाम करना है.''
तेजस्वी यादव ने कहा:
‘’न्यूज चैनलों पर डिबेट में राजनीतिक पार्टियों के प्रवक्ता को अपनी पार्टी का पक्ष रखने के उद्देश्य से बुलाया जाता है. लेकिन हकीकत ये है कि न्यूज चैनलों के कई एंकरों ने देशहित के मुद्दों पर होने वाली टीवी बहसों में न सिर्फ निष्पक्षता त्याग दी है, बल्कि ये भारतीय समाज में नफरत का माहौल भी फैला रहे हैं.’’
तेजस्वी का कहना है कि न्यूज चैनलों का झुकाव पूरी तरह एक खास विचारधारा के प्रति है, जिस वजह से वहां तर्कसंगत बहस संभव नहीं है. तेजस्वी ने सभी विपक्षी पार्टियों से अपील करते हुए कहा कि न्यूज चैनलों पर डिबेट के नाम पर चल रहे प्रोपगेंडा में शामिल न हों.
तेजस्वी ने ये लेटर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, सीताराम येचुरी, एचडी देवगौड़ा, असदुद्दीन ओवैसी समेत तमाम विपक्षी पार्टियों के नेताओं को भेजा है.
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