ADVERTISEMENTREMOVE AD

Telangana Election: अकबरुद्दीन ओवैसी की रैली के दौरान पुलिसवाले से बहस, FIR दर्ज

FIR रिपोर्ट के मुताबिक, अकबरुद्दीन ओवैसी ने रैली के दौरान पुलिसवाले को उंगली दिखाई और बहस की.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी (Akbaruddin Owaisi) एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. हैदराबाद में चुनावी सभा के दौरान पुलिसवाले से बहस का वीडियो वायरल होने के बाद उनके खिलाफ FIR दर्ज किया गया है. दरअसल, अकबरुद्दीन ओवैसी मंगलवार, 21 नवंबर को हैदराबाद के ललिताबाग इलाके में चुनाव प्रचार कर रहे थे. रात करीब 10 बजे एक पुलिस इंस्पेक्टर ने उन्हें प्रचार करने से रोकने की कोशिश की तो अकबरुद्दीन भड़क गए और मंच से ही इंस्पेक्टर से उलझ गए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

अकबरुद्दीन ओवैसी ने पुलिसवाले को धमकाया

FIR रिपोर्ट के मुताबिक, तेलंगाना के चंद्रायणगुट्टा से विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने रैली के दौरान पुलिसवाले को उंगली दिखाई और उनकी ओर बढ़ते हुए कहा, "इंस्पेक्टर साहब मेरे पास घड़ी है, फिर चलिए, गोलियों और चाकूओं की आवाज सुनकर मुझको कमजोर समझे क्या? बड़ी आंखें तरेर रहे हो, और टाइम है मेरे पास." इसके साथ ही उन्होंने कहा,

"कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ, मुझे रोकने के लिए. चंद्रायणगुट्टा बता दो सही है ना. इशारा किया तो बताना पड़ेगा, कोई कुछ करने वाला नहीं है. ये आरएसएस के टिल्लू आए हैं. टिल्लू, टिल्लू, टिल्लू, अरे कुछ होने वाला नहीं है. कुछ भी नहीं. कहां है ये किरण, ये टिल्लू भी डूब जाएगा."

इसके साथ ही वो कहते हैं कि "अकबरुद्दीन ओवैसी से मुकाबला करने वाला कोई नहीं है, तो ये लोग कैंडिडेट बनकर आ रहे हैं. आ जाओ तुम जीतते हो या हम." इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जमात ताकत है, जमात को मजबूत रखना है.

अकबरुद्दीन ओवैसी पर FIR दर्ज

इस मामले में अकबरुद्दीन ओवैसी के खिलाफ संतोष नगर थाने में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने IPC की धारा 353, 506, 153a, 505(2) और 125 RP के तहत FIR दर्ज किया है.

FIR रिपोर्ट के मुताबिक, अकबरुद्दीन ओवैसी ने रैली के दौरान पुलिसवाले को उंगली दिखाई और बहस की.

FIR की कॉपी

क्विंट हिंदी द्वारा प्राप्त

वहीं इस मामले में असम CM हिमंता बिस्व सरमा ने कहा, "यह बहुत दुखद है. अगर ऐसा काम असम में होता तो पुलिस तुरंत हिसाब कर देती लेकिन तुष्टिकरण की राजनीति के कारण यहां पुलिस और पार्टी दोनों कुछ नहीं बोलती. आज कांग्रेस और BRS दोनों चुप हैं...मैं चुनाव आयोग से इस क्षेत्र से उनकी उम्मीदवारी रद्द करने की मांग करता हूं."

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×