तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव (Telangana, Mizoram Elections 2023) की तारीखों का ऐलान हो चुका है. चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा की है. तेलंगाना की 119 और मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है. मिजोरम में 7 नवंबर और तेलंगाना में 30 नवंबर को विधानसभा चुनाव होगा. वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.
तेलंगाना के पिछले चुनाव पर एक नजर
तेलंगाना विधानसभा का पिछला चुनाव लोकसभा चुनाव 2019 के साथ कराया जाना था लेकिन यह 2018 में 7 दिसंबर को हुआ था और वोटों की गिनती 11 दिसंबर को हुई थी. 2018 में कार्यक्रम से लगभग आठ महीने पहले ही केसीआर ने विधानसभा को भंग कर दिया था और जल्द चुनाव कराने की मांग की थी. इसके बाद उन्होंने 6 सितंबर 2018 को 105 उम्मीदवारों के लिस्ट का ऐलान किया था.
पिछले विधानसभा चुनाव में भारत राष्ट्र समिति की एकतरफा जीत हुई थी. बीआरएस को कुल 88 सीटें मिलीं थीं और पार्टी ने सरकार बनाया. इसके अलावा कांग्रेस ने 19, AIMIM ने 7, TDP ने 2 और बीजेपी और ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (AIFB) के हिस्से एक-एक सीटें आई थीं. इसके अलावा एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने फतह हासिल की थी.
2018 में शानदार जीत के साथ, राज्य के गठन के बाद लगातार दूसरी बार बीआरएस ने सरकार बनाई और के. चंद्रशेखर राव राज्य के मुख्यमंत्री बने थे.
इस चुनाव में कौन हैं बड़े चेहरे?
तेलंगाना चुनाव में सत्ताधारी पार्टी बीआरएस के लिए केसीआर ही सबसे बड़े चेहरे हैं. वहीं अन्य प्रमुख चेहरों की बात करें तो केसीआर सरकार में मंत्री कल्वाकुंतला तारक रामा राव (KTR) और हरीश राव का नाम है. तेलंगाना के मौजूदा मुख्यमंत्री और सत्ताधारी बीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव हैं. बीआरएस इस बार भी उनके चेहरे के साथ ही चुनाव में जाएगी.
राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी इस चुनाव में सामूहिक नेतृत्व के जरिए जनता के सामने जा रही है.
कांग्रेस के लिए मुख्यमंत्री पद की रेस में कई चेहरों की चर्चा है. इनमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी, सांसद कैप्टन एन उत्तमकुमार रेड्डी और कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, मल्लू भट्टी विक्रमार्क और आदिवासी नेता सीताक्का शामिल हैं.
मिजोरम के पिछले विधानसभा चुनाव पर एक नजर
मिजोरम का पिछला विधानसभा चुनाव 28 नवंबर 2018 को हुआ था. 40 सीटों की विधानसभा में मिजो नेशनल फ्रंट को 27 सीटों पर जीत मिली थी. इसके अलावा कांग्रेस को चार सीटें, बीजेपी को एक सीट और आठ सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपना कब्जा जमाया था. राज्य में मुख्यमंत्री जोरमथंगा के नेतृत्व में एमएनएफ की सरकार बनी थी.
इस चुनाव में कौन हैं बड़े चेहरे?
सत्ताधारी एमएनएफ के लिए जोरमथंगा सबसे बड़े चेहरे हैं. राज्य में कांग्रेस और बीजेपी के लिए स्थानीय नेतृत्व एक्टिव दिख रहा है. कांग्रेस के लिए मुख्यमंत्री पद की रेस में कई चेहरों की चर्चा होती है. इनमें मिजोरम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (MPCC) के अध्यक्ष लालसावता का नाम शामिल है. बीजेपी से राज्य के पार्टी अध्यक्ष वनलाल हमुआका सूबे के चर्चित चेहरों में गिने जाते हैं.
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