भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद (Chandrasekhar Azad) "रावण" ने साफ कह दिया है कि उनका समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं हो सकता. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस संबंध में जानकारी देते हुए चंद्रशेखर ने अखिलेश यादव पर खुद को अपमानित करने के भी आरोप लगाए.
चंद्रशेखर ने कहा,
पिछले 6 महीनों से मेरी अखिलेश यादव से मुलाकात हो रही थी. आरक्षण समेत मेरी तमाम मुद्दों पर उनसे बात हुई. लेकिन उन्होंने मेरा अपमान किया. अखिलेश यादव को दलित वोटों की जरूरत नही हैं. दलितों को पिछली अखिलेश सरकार में भी तवज्जो नहीं मिली थी.
चंद्रशेखर ने आगे कहा, "मुझसे कहा गया था कि मुझे शाम तक चीजें बताई जाएंगी, लेकिन कुछ नहीं बताया गया. हम 9 साल से बहुजन समाज को इकट्ठा कर रहे हैं. हमारा मुख्य उद्देश्य बीजेपी को रोकना था. लेकिन लगता है अखिलेश यादव गठबंधन नहीं चाहते थे. अब समाजवादी पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा."
चंद्रशेखर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीएसपी सुप्रीमो मायावती को जन्मदिन की शुभकामनाएं भी दीं.
बता दें अखिलेश यादव ने इस बार अपने गठबंधन में ज्यादा से ज्यादा छोटी पार्टियों को शामिल करने की कोशिश की. अखिलेश की कोशिश है कि समाज का हर वर्ग उनसे जुड़ पाए. इस चुनाव के लिए उन्होंने ओमप्रकाश राजभर, कृष्णा पटेल के अपना दल, जयंत चौधरी की आरएलडी जैसी पार्टियों से गठबंधन किया है. इन पार्टियों का एक वर्ग विशेष में खासा प्रभाव है. अखिलेश की कवायद इन दलों को साथ लेकर बीजेपी को झटका देने की है.
वहीं पिछले कुछ दिनों में तमाम ओबीसी नेता भी बीजेपी का हाथ छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम चुके हैं.
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