उत्तर प्रदेश की योगी कैबिनेट छोड़ने के एक दिन बाद स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है. एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, 2014 में दिए कथित हेट स्पीच के लिए स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया गया है. उनके इस्तीफे के एक दिन बाद सुल्तानपुर में उनकी गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया है.
रिपोर्ट के अनुसार स्वामी प्रसाद मौर्य को आज, 12 जनवरी को इस मामले में अदालत में पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए. अब उन्हें धार्मिक नफरत भड़काने के इस मामले में 24 जनवरी को अदालत में पेश होने को कहा गया है. कथित हेट स्पीच देने के समय मौर्य मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (बीसपी) में थे.
रिपोर्ट के अनुसार मौर्य ने कथित रूप से एक सभा में कहा था कि
"शादी के दौरान देवी गौरी या भगवान गणेश की पूजा नहीं की जानी चाहिए. यह दलितों और पिछड़ी जातियों को गुमराह करने और गुलाम बनाने के लिए उच्च जाति-प्रभुत्व वाली व्यवस्था की साजिश है."
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ, योगी सरकार में वन, पर्यावरण और जंतु उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान और चार बीजेपी विधायक - रोशन लाल वर्मा, बृजेश प्रजापति, भगवती सागर और विनय शाक्य भी बीजेपी छोड़ने की घोषणा कर चुके हैं.
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