आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (Uttar Pradesh election) से ठीक पहले योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल से इस्तीफा सौंपकर बड़ा डेंट देने वाले मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के बाद बीजेपी को दूसरा बड़ा झटका लगा है. योगी सरकार में वन, पर्यावरण और जंतु उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chauhan) ने भी अब मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है.
स्वामी प्रसाद मौर्य के तर्ज पर ही दारा सिंह चौहान ने अपने त्यागपत्र में लिखा कि
"मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में वन, पर्यावरण और जंतु उद्यान मंत्री के रूप में मैंने पूरे मनोयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए कार्य किया. किंतु सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षात्मक रवैया के साथ-साथ पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है ,उससे आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं"
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार अपने इस्तीफे के बाद दारा सिंह चौहान ने कहा कि
" 5 साल तक जिस पिछड़े, उपेक्षित, दलित लोगों की मदद और आशिर्वाद से BJP की सरकार बनी उन्हीं लोगों को इंसाफ, न्याय नहीं मिला. इससे आहत होकर मैंने इस्तीफा दिया है. जिस समाज से मैं आता हूं उन समाज के लोगों से चर्चा कर किसी पार्टी में शामिल होने का निर्णय लूंगा"
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ चार बीजेपी विधायक - रोशन लाल वर्मा, बृजेश प्रजापति, भगवती सागर और विनय शाक्य- पहले ही बीजेपी छोड़ने की घोषणा कर चुके हैं. इसके बाद मंत्री दारा सिंह चौहान का भी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जाना बीजेपी के लिए मुश्किल पैदा कर सकता है.
परिवार का कोई सदस्य भटक जाये तो दुख होता है- केशव प्रसाद मौर्य
दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद सूबे के डिप्टी-सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करके कहा कि मौर्य
"परिवार का कोई सदस्य भटक जाये तो दुख होता है. जाने वाले आदरणीय महानुभावों को मैं बस यही आग्रह करूँगा कि डूबती हुई नांव पर सवार होनें से नुकसान उनका ही होगा बड़े भाई श्री दारा सिंह जी आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिये"
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