उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एग्जिट पोल आने के बाद और नतीजे आने से पहले वाराणसी में ईवीएम (EVM) को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया.
वाराणसी के पहड़िया मंडी में बने स्ट्रॉन्ग रूम के अलावा खाद्य गोदाम में बने स्टोरेज से मंगलवार शाम को ईवीएम मशीनें यूपी कॉलेज ले जाते समय यह हंगामा हुआ. डीएम ने बताया ये प्रशिक्षण के लिए ले जाया जा रहा था, ईवीएम के चोरी होने की खबरें अफवाह हैं. हालांकि इसके बाद अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर EVM की हेराफेरी कर वोटों की चोरी का आरोप लगाया है. अखिलेश यादव ने एक लाइव वीडियो जारी कर वाराणसी के प्रशासन पर अवैध रूप से EVM के मूवमेंट करने का आरोप लगाया.
दरअसल ईवीएम मशीनें यूपी कॉलेज में ले जाते समय उस वाहन को रोककर जमकर बवाल काटा. इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी और जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा के अनुसार इन सभी ईवीएम का चुनाव से सम्बन्ध नहीं है. दरअसल 10 मार्च को होने वाली मतगणना के संदर्भ में कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी उस सिलसिले में यूपी कॉलेज ईवीएम को ले जाया जा रहा था.
जिलाधिकारी ने साफ किया कि जो ईवीएम चुनाव में प्रयुक्त हुई थीं उन सभी को स्ट्रॉन्ग रूम में सीआरपीएफ के कब्जे में सील बंद किया गया है. वहां सीसीटीवी की निगरानी भी है, जिसे सभी राजनीतिक दलों के लोग देख रहे हैं.
उन्होंने कहा कि, एक छोटी पिक गाड़ी में कुल 20 ईवीएम थी जिसे कुछ लोगों द्वारा रोका गया, उन्हें गलतफहमी हुई की ये वो ईवीएम है जिसमें वोटिंग हुई है. बाद में बहुत लोग इकट्ठा हुए. सभी पार्टियों को ये स्पष्ट किया गया कि ये ईवीएम ट्रेनिंग के लिए है. जिन ईवीएम में वोटिंग हुई है उन्हें अलग गोडाउन में रखा गया है. दोनों ईवीएम अलग हैं.
ईवीएम से भरी गाड़ी का पूरा वीडियो ओपी राजभर के प्रवक्ता ने शेयर किया जिसे उनकी पार्टी हैंडल द्वारा ट्वीट किया गया है.
इस बीच पहाड़िया मंडी में बढ़ती भीड़ और हंगामे को देखते हुए बनारस के लगभग सभी थाने की पुलिस फोर्स पहाड़िया मंडी बुलाई गई है. साथ ही EVM में घपले का आरोप लगाते हुए लोग जमकर नारेबाजी कर रहे हैं.
10 मार्च को उनका भरोसा EVM पर से उठ जाएगा- बीजेपी प्रवक्ता
इसके बाद अखिलेश यादव ने ईवीएम की चोरी का आरोप लगाया. तो बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि एग्जिट पोल के रुझान आने के बाद अखिलेश यादव का बौखला जाना, बदहवास हो जाना और इस तरह के आरोप लगाना स्वभाविक था, हमें इसकी उम्मीद पहले से थी. पहले उन्हें ओपिनियन पोल पर भरोसा नहीं था अब एग्जिट पोल पर नहीं है, मीडिया पर भरोसा नहीं, प्रशासनिक मशीनरी, निर्वाचन आयोग पर भरोसा नहीं है और 10 मार्च को उनका भरोसा ईवीएम पर से उठ जाएगा."
उन्होंने आगे कहा कि, "जबकि सच्चाई ये है कि जनता का भरोसा विपक्ष पर से उठ गया है, अखिलेश जी पर से उठ गया है."
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