उत्तर प्रदेश चुनाव के नतीजे (UP Election Results) आ चुके हैं. योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नेतृत्व में बीजेपी (BJP) ने राज्य में बहुमत हासिल कर लिया है. यूपी विधानसभा चुनाव में गाजियाबाद जिले की हर सीट पर बीजेपी ने अपना परचम लहराया है. जिले की साहिबाबाद सीट पर बीजेपी ने रिकॉर्डतोड़ वोट हासिल किया, यहां से बीजेपी प्रत्याशी सुनील शर्मा ने आरएलडी गठबंधन के प्रत्याशी अमरपाल शर्मा को 214845 वोटों से वोटों से मात दी. सुनील शर्मा को कुल 322045 वोट मिले.
किस सीट पर क्या स्थिति?
गाजियाबाद सदर
अतुल गर्ग (BJP)- 149841
विशाल वर्मा (SP)- 44452
कृष्ण कुमार (BSP)- 32554
सुशांत गोयल (INC)- 11778
लोनी
नंद किशोर (BJP)- 127222
मदन भैया (RLD)- 118512
रंजीता धामः (निर्दलीय)- 27255
अकील (BSP)- 25676
मोदी नगर
डॉ.मंजू सिवाचा (BJP)- 112859
सुदेश शर्मा (RLD)- 78266
डॉ. पूरम गर्ग (BSP)- 26621
नीरज कुमारी (INC)- 2062
मुरादनगर
अजीत पाल त्यागी (BJP)- 168282
सुरेंद्र कुमार मुन्नी (RLD)- 71594
अयूव खान (BSP)- 20402
विजेंद्र यादव (INC)- 6984
साहिबाबाद
सुनील कुमार शर्मा (BJP)- 322045
अमरपाल शर्मा (SP)- 107759
अजीत कुमार पाल (BSP)- 24021
संगीता त्यागी (INC)- 10240
गाजियाबाद जिले में 54.92 प्रतिशत वोटिंग हुई थी और सबसे ज्यादा मतदान प्रतिशत मोदीनगर का था. अगर सबसे कम वोटिंग प्रतिशत की बात की जाए तो साहिबाबाद में 47.03 प्रतिशत के साथ सबसे कम वोटिंग हुई थी लेकिन यहां से बीजेपी प्रत्याशी ने नया रिकॉर्ड बनाया
बीजेपी की जीत की वजह?
फ्री राशन स्कीम आई काम
महीने में 2 बार फ्री राशन देने की सरकार की योजना लोगों को काफी पसंद आई, इस योजना का फायदा 15 लाख से ज्यादा लोगों को मिल रहा है, इसलिए इन वोटरों का झुकाव भी बीजेपी की तरफ रहा.
महिला सुरक्षा
महिला सुरक्षा के मुद्दे पर भी महिलाओं का झुकाव बीजेपी की ओर रहा. इलाके में महिलाओं की सुरक्षा बड़ा मुद्दा रही है. महिलाओं ने एक बार फिर योगी सरकार पर भरोसा जताया और बीजेपी को वोट दिया.
कृषि बिल वापस लेने का मिला फायदा
कृषि बिल के खिलाफ किसानों का आंदोलन करीब एक साल से चल रहा था, किसान सरकार से नाराज भी थे, लेकिन चुनाव से ऐन पहले मोदी सरकार का कृषि कानून वापस लेना बीजेपी के पक्ष में गया और किसानों का झुकाव बीजेपी की तरफ हुआ.
SP गठबंधन ने टिकट बंटवारे में की देरी
मुरादनगर के सदरपुर, महरौली, काजीपुरा, कस्बा एरिया के वोटर्स से सपा रालोद गठबंधन को काफी उम्मीद थी, लेकिन यहां पर भी बीजेपी को भरपूर वोट मिला. राजनीतिक विशेषज्ञ सपा रालोद गठबंधन की हार का एक कारण यह भी बताते हैं कि टिकट के वितरण में उहापोह की स्थिति बनी रही, मुरादनगर सीट को लेकर असमंजस की स्थिति अंत तक बनी रही, जिसका फायदा बीजेपी को मिला,
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