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कानपुर: मेट्रो के लाभ से BJP 7 सीट पर जीती,तो लेदर इंडस्ट्री के घाटे ने 3 हराईं

बिल्हौर विधानसभा, कल्याणपुर विधानसभा, किदवई नगर, बिठूर विधानसभा, महाराजपुर और घाटमपुर सीटों पर बीजेपी की जीत.

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यूपी चुनाव (UP Election Result 2022) के नतीजे आ चुके हैं. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी ने राज्य में प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया है. कानपुर नगर जिले में बीजेपी ने 7 सीटों पर अपना कब्जा जमाया तो सपा ने 3 सीटें जीती.

कानपुर की सभी 10 विधानसभा सीटों पर एक नजर

बिल्हौर विधानसभा

बीजेपी- राहुल बच्चा सोनकर- 123,094 वोट

एसपी- रचना सिंह- 80,743 वोट

बीएसपी- मधु सिंह गौतम- 31,426 वोट

कानपुर की बिल्हौर सुरक्षित विधानसभा सीट है. यहां कुल 50.34 फीसदी वोट पड़े थे. यहां से बीजेपी के राहुल बच्चा सोनकर ने समाजवादी पार्टी की रचना सिंह को 42351 वोटों के मार्जिन से हराया है.

कल्याणपुर विधानसभा

बीजेपी- नीलिमा कटियार- 98,997 वोट

एसपी- सतीश कुमार निगम- 77,462 वोट

बीएसपी- अरुण मिश्रा- 6,615 वोट

कल्याणपुर विधानसभा सीट पर कुल 52.71 फीसदी वोट पड़े थे. यहां से बीजेपी से नीलिमा कटियार ने एसपी के सतीश कुमार न‍िगम को 21535 वोटों के मार्जिन से हराया है.

किदवई नगर

बीजेपी- महेश त्रिवेदी- 114,111 वोट

कांग्रेस- अजय कपूर- 76,351 वोट

बीएसपी- मोहन मिश्रा- 3,846 वोट

किदवई नगर विधानसभा सीट पर कुल 55.39 प्रतिशत वोट पड़े थे. यहां से बीजेपी से महेश त्रिवेदी ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के अजय कपूर को 37760 वोटों के मार्जिन से हराया है.

सीसामऊ विधानसभा

एसपी- हाजी इरफान सोलंकी- 79,163 वोट

बीजेपी- सलिल विश्नोई- 66,897 वोट

कांग्रेस- हाजी सुहेल अहमद- 5,616 वोट

सीसामऊ विधानसभा सीट पर कुल 50.68 प्रतिशत वोट पड़े थे. यहां, से एसपी से हाजी इरफान सोलंकी ने भारतीय जनता पार्टी के सलिल विश्नोई को 12266 वोटों के मार्जिन से हराया है.

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कानपुर कैंट (छावनी)

एसपी- मोहम्मद हसन रूमी- 94,729 वोट

बीजेपी- रघुनन्दन भदौरिया- 74,742 वोट

कांग्रेस- सोहेल अख्तर अंसारी- 13,279 वोट

कानपुर कैंट विधानसभा सीट पर कुल 49.99 प्रतिशत वोट पड़े थे. यहां, से एसपी से मोहम्मद हसन रूमी ने बीजेपी के रघुनंदन भदौरिया को 19987 वोटों के मार्जिन से हराया है.

आर्यनगर

एसपी- अमिताभ बाजपेई- 76,897 वोट

बीजेपी- सुरेश अवस्थी- 68,973 वोट

बीएसपी- टोनी जयसवाल- 1,387 वोट

आर्यनगर विधानसभा सीट पर कुल 50.56 प्रतिशत वोट पड़े थे. यहां से समाजवादी पार्टी से अमिताभ बाजपेई ने भारतीय जनता पार्टी के सुरेश अवस्थी को 7924 वोटों के मार्जिन से हराया है.

गोविंद नगर

बीजेपी- सुरेंद्र मैथानी- 117,501 वोट

एसपी- सम्राट विकास- 36,605 वोट

करिश्मा ठाकुर- 26,267 वोट

गोविंदनगर विधानसभा सीट पर कुल 61.13 प्रतिशत वोट पड़े थे. यहां से बीजेपी से सुरेंद्र मैथानी ने एसपी के सम्राट विकास को 80896 वोटों के मार्जिन से हराया है.

बिठूर विधानसभा

बीजेपी- अभिजीत सिंह सांगा- 107,330 वोट

एसपी- मुनेंद्र शुक्ला- 86,257 वोट

कांग्रेस- अशोक कुमार- 4,447 वोट

बिठूर विधानसभा सीट पर कुल 44.46 प्रतिशत वोट पड़े थे. यहां से बीजेपी से अभिजीत सांगा ने एसपी के मुनेंद्र शुक्ला को 21073 वोटों के मार्जिन से हराया है.

महाराजपुर

बीजेपी- सतीश महाना-152,883 वोट

एसपी- फतेह बहादुर सिंह ग‍िल- 70,622 वोट

बीएसपी- सुरेंद्र पाल सिंह- 15,113 वोट

महाराजपुर विधानसभा सीट पर कुल 60.60 प्रतिशत वोट पड़े थे. यहां से बीजेपी से सतीश महाना ने एसपी के फतेह बहादुर सिंह ग‍िल को 82261 वोटों के मार्जिन से हराया है. बता दें, सतीश महाना लगातार बीजेपी से 8वीं बार विधायक बने हैं.

घाटमपुर

अपना दल (सोनेलाल)- सरोज कुरील- 81,727 वोट

एसपी- भगवती सागर- 67,253 वोट

बीएसपी- प्रशांत अहिरवार- 32,472 वोट

घाटमपुर (सुरक्षित) विधानसभा सीट पर कुल 41.60 प्रतिशत वोट पड़े थे. यहां से अपना दल (सोनेलाल) सरोज कुरील ने एसपी के भगवती सागर को 14474 वोटों के मार्जिन से हराया है.

जीत हार के कारण

औद्योगिक नगरी की धूमिल हो रही पहचान को फिर से उजाला देने के लिए यहां पर बड़े पैमाने पर निवेश हुआ. इसी तरह सीसामऊ नाले को भी गंगा में गिरने से रोका गया. यह नाला चुनावी मुद्दा भी बना. बीजेपी ने इसको जमकर भुनाया. डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, डिफेंस कॉरिडोर परियोजना को मंजूरी मिलने से पूरे मंडल की पहचान फिर से राष्ट्रीय स्तर पर होने लगी है. इसी तरह स्मार्ट सिटी के बाद मेट्रो सिटी के रूप में भी औद्योगिक नगरी ने प्रगति की है. घाटमपुर में लगभग तैयार हो चुका सोलर पावर प्लांट सिर्फ कानपुर मंडल ही नहीं, पूरे प्रदेश को रोशन करने की क्षमता रखता है. उन सब चीजों को आगे रखकर बीजेपी ने जनता के बीच अपने पांव पसारे.

समाजसेवी बी.के मिश्रा कहते हैं कि 'विकास तो हुआ है इससे कोई इनकार नहीं कर सकता. मेट्रो शहर में आ गई. सड़कों की हालत भी पहले से सुधरी है. शहर में फ्लाईओवर भी हैं, पर, इस सबके बावजूद जाम की समस्या रहती है. कौशल शुक्ला प्रदूषण की समस्या को लेकर कहते हैं कि इसे कम करने को लेकर अक्सर बैठकें होती हैं, व्यवस्थाएं बनाई जाती हैं पर, बैठकों और व्यवस्थाओं का कोई असर नहीं दिखता है.
बी.के मिश्रा, समाजसेवी

विकास दुबे कांड के बाद ब्रह्मण, ठाकुर मुद्दा बना

समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि बीजेपी एक विशेष जाति और धर्म का पक्ष ले रही है. पार्टी लगातार उस एनकाउंटर की बात करती रही, जिसमें विकास दुबे के साथ 7 अन्य लोग मारे गए थे और किस तरह से उनके परिवारों के साथ दुर्व्यवहार किया गया था. योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमेशा ये आरोप लगता है कि ये सरकार ठाकुरों की है और ये प्रभावी ब्राह्मणों को दबाना चाहते हैं.

कांग्रेस ने ब्राह्मण के मुद्दे को कानपुर में चुनावी मुद्दा बनाया

मौके को भुनाने के लिए कांग्रेस ने विकास दुबे के करीबी अमर दुबे (जो 2020 में एनकाउंटर के दौरान मारा गया था) की साली नेहा तिवारी (खुशी दुबे की बहन) को कल्याणपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया. कानपुर एक समय कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था, लेकिन अब यहां पर लड़ाई बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच ही रही है.

चमड़ा उद्योग पर प्रभाव पड़ने के बाद मुस्लिम वर्ग और कानपुर के छोटे व्यापारी बीजेपी से नाराज थे और इन्होंने जमकर लामबंद होकर समाजवादी पार्टी को वोट किया. मुस्लिम ने अपना वोट किसी अन्य पार्टी में सुरक्षित नहीं समझा, सिवाय समाजवादी पार्टी के, जिसके कारण मुस्लिम इलाकों में बीजेपी की दाल नहीं गल पाई और एसपी ने 3 सीटें अपने कब्जे में की.

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