यूपी चुनाव परिणाम (UP election result) आपके सामने हैं. बीजेपी (BJP) ने एक बार फिर से सत्ता में वापसी की है. कुशीनगर (Kushinagar Election result) में बीजेपी ने विपक्ष का क्लीन स्वीप करते हुए सभी 7 सीटों पर कब्जा जमा लिया है. मोदी मैजिक और योगी के नेतृत्व का जादू यहां चल गया. इस हवा में बीजेपी छोड़कर एसपी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य भी अपनी सीट नहीं बचा सके. उन्हें फाजिलनगर सीट से हार का सामना करना पड़ा. इस सीट पर बीजेपी के सुरेंद्र कुमार कुशवाहा ने जीत दर्ज की है. यहां से उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य को 45,580 वोटों के अंतर से हराया है.
बता दें, कुशीनगर जिले में 7 सीटें आती हैं. खड्डा, पडरौना, तमकुहीराज, फाजिलनगर, कुशीनगर, हाटा और रामकोला. यहां की एक सीट से निषाद पार्टी चुनाव मैदान में थी. खड्डा से निषाद पार्टी (Nishad party) ने विवेकानंद पांडेय को चुनावी मैदान में उतारा था. यहां से उन्होंने ओमप्रकाश राजभर (OP Rajbhar) की पार्टी SBSP के उम्मीदवार अशोक चौहान को 67,185 वोटों के बड़े अंतर से हरा दिया. वहीं, बाकी 6 सीटों की बात करें तो इन सभी सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है.
कुशीनगर जिले की तमकुहीराज सीट से चुनावी मैदान में उतरे कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी चुनाव हार गए. इस सीट पर बीजेपी के असीम कुमार ने जीत दर्ज की है. यहां से उन्होंने SP के प्रत्याशी उदय नारायण को 66,531 वोटों के अंतर से हराया. जबकि, 33370 वोटों के साथ अजय कुमार लल्लू तीसरे स्थान पर रहे.
कुशीनगर की सभी 7 सीटों पर एक नजर
खड्डा
निषाद पार्टी- विवेकानंद पांडेय- 88099 वोट
SBSP- अशोक चौहान- 20914 वोट
AIMIM- अख्तर वसीम- 16398 वोट
बीएसपी- डॉ. निसार अहमद सिद्दकी- 19926 वोट
कांग्रेस- धनंजय- 2258 वोट
इस सीट पर निषाद पार्टी के विवेकानंद पांडेय ने जीत दर्ज की है. यहां से उन्होंने SBSP के प्रत्याशी अशोक चौहान को 67,185 वोटों के अंतर से हराया है.
पडरौना
बीजेपी- मनीष कुमार- 114159 वोट
एसपी- विक्रमा यादव- 71797 वोट
बीएसपी- पवन कुमार उपाध्याय- 20887 वोट
कांग्रेस- जहीरुद्दीन- 3331 वोट
इस सीट पर बीजेपी के मनीष कुमार ने जीत दर्ज की है. यहां से उन्होंने SP के प्रत्याशी विक्रमा यादव को 42,362 वोटों के अंतर से हराया है.
तमकुहीराज
बीजेपी- असीम कुमार- 114957 वोट
एसपी- उदय नारायण- 48426 वोट
बीएसपी- संजय- 16845 वोट
कांग्रेस- अजय कुमार लल्लू- 33370 वोट
इस सीट पर बीजेपी के असीम कुमार ने जीत दर्ज की है. यहां से उन्होंने SP के प्रत्याशी उदय नारायण को 66,531 वोटों के अंतर से हराया है.
फाजिलनगर
बीजेपी- सुरेंद्र कुमार कुशवाहा- 115733 वोट
एसपी- स्वामी प्रसाद मौर्य- 70153 वोट
बीएसपी- इलियास- 28105 वोट
कांग्रेस- सुनील उर्फ मनोज सिंह- 2314 वोट
इस सीट पर बीजेपी के सुरेंद्र कुमार कुशवाहा ने जीत दर्ज की है. यहां से उन्होंने SP के प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य को 45,580 वोटों के अंतर से हराया है.
कुशीनगर
बीजेपी- पी.एन पाठक- 114869 वोट
एसपी- राजेश प्रताप राव- 79619 वोट
बीएसपी- मुकेश्वर प्रसाद- 15994 वोट
कांग्रेस- श्यामरती- 1468 वोट
इस सीट पर बीजेपी के पी.एन पाठक ने जीत दर्ज की है. यहां से उन्होंने SP के प्रत्याशी राजेश प्रताप राव को 35,250 वोटों के अंतर से हराया है.
हाटा
बीजेपी- मोहन- 120415 वोट
एसपी- रणविजय सिंह- 60756 वोट
बीएसपी- शिवांग सिंह- 21626 वोट
कांग्रेस- अमरेंद्र- 2280 वोट
इस सीट पर बीजेपी के मोहन ने जीत दर्ज की है. यहां से उन्होंने SP के प्रत्याशी रणविजय सिंह को 59,659 वोटों के अंतर से हराया है.
रामकोला
बीजेपी- विनय प्रकाश गोंड- 124613 वोट
SBSP- पूर्णमासी देहाती- 51835 वोट
बीएसपी- विजय कुमार- 22964 वोट
कांग्रेस- शंभू चौधरी- 4068 वोट
इस सीट पर बीजेपी के विनय प्रकाश गोंड ने जीत दर्ज की है. यहां से उन्होंने SBSP के प्रत्याशी पूर्णमासी देहाती को 72,778 वोटों के अंतर से हराया है.
जीत हार का कारण
कुशीनगर में मोदी मैजिक और योगी का नेतृत्व लोगों को पसंद आ गया. कुशीनगर, गोरखपुर का सटा जिला है. जिसकी वजह से वहां सीएम योगी आदित्यनाथ का भी दबदबा है. कुशीनगर सीट पर ब्राह्मण वोटों के साथ-साथ क्षत्रिय, वैश्य, यादव, कुशवाहा, सैंथवार के साथ अन्य जाति के मतदाताओं की भी अच्छी खासी संख्या है. यहां मुस्लिम और दलित मतदाता भी किसी भी सीट परिणाम तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यही वजह रही की खड्डा सीट से AIMIM उम्मीदवार को 16 हजार से अधिक वोट मिले.
स्वामी प्रसाद मौर्य की हार का सबसे बड़ा कारण उनके विवादित बयान रहे. जैसे, मोदी को गुजरात भेज देंगे, योगी को मठ में और अमित शाह को देख लेंगे जैसे बयान लोगों को पसंद नहीं आए. यही वजह रही की फाजिलनगर से वो बीजेपी उम्मीदवार सुरेंद्र कुमार कुशवाहा से 45,580 वोटों के अंतर से हार गए.
कुशीनगर में मोदी-योगी की सभाओं के अलावा बीजेपी ने यहां सोशल इजीनियरिंग का भी दमखम दिखाया. उसने जातीय समीकरण के हिसाब से प्रत्याशियों को टिकट बांटे. जिसका नतीजा सभी सीटों पर जीत के साथ निकला.
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