प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने 28 दिसंबर को कानपुर (Kanpur) में मेट्रो के उद्घाटन के दौरान कानपुर के कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain) के घर से करोड़ो रुपए बरामद किए जाने पर बिना नाम लिए अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी (SP) पर हमला बोला. वहीं पीयूष जैन के साथ समाजवादी पार्टी का संबंध जोड़े जाने के बाद अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को झूठा बताया.
उत्तर प्रदेश चुनाव करीब आते ही प्रदेश का राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश में रैलियां और चुनावी जनसभाओं को संबोधित कर रहें हैं. जिनमें विपक्षी नेताओं और दलों पर जमकर निशाना साधा जा रहा है.
क्या है पूरा मामला
एक आधिकारिक बयान के अनुसार अहमदाबाद में DGGI को एक गुप्त सूचना मिली जिसके आधार पर बुधवार 22 दिसंबर को कानपुर में तलाशी अभियान चलाकर छापेमारी की गई. अधिकारियों ने त्रिमूर्ति फ्रैग्रेंस प्राइवेट लिमिटेड के कारखाने जो शिखर पान मसाला और तंबाकू उत्पाद बनाती है और उसके मालिक पीयूष जैन के घर की तलाशी ली, कानपुर में इनके सहयोगी गणपति रोड कैरियर्स के कार्यालय और गोदामों की भी तलाशी ली गई.
इस छापेमारी के दौरान बीजेपी ने इत्र कारोबारी पीयूष जैन को समाजवादी पार्टी का संबंधी बताया और आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी ने अबसे कुछ दिनों पहले जो इत्र लॉन्च किया था उसमें कारोबारी पीयूष जैन शामिल है.
दूसरी तरफ अखिलेश यादव ने कहा कि, बीजेपी ने पीयूष जैन को समाजवादी पार्टी के पुष्पराज जैन की जगह बताया है. पीयूष जैन के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार करते हुए, उन्होंने कहा कि बीजेपी ने "गलती से अपने ही व्यवसायी पर छापा मारा."
कानपुर रेड को लेकर आरोप-प्रत्यारोप
पीएम मोदी ने जेल में बंद इत्र व्यापारी पीयूष जैन को समाजवादी पार्टी से जोड़ा और साथ ही अखिलेश यादव का मजाक उड़ाया कि अक्सर ये शिकायत करते हैं कि बीजेपी उनके काम का श्रेय ले रही है.
प्रधानमंत्री ने कानपुर में एक मेट्रो रेल परियोजना के उद्घाटन के अवसर पर कहा,
"मैं सोच रहा था कि बीते दिनों जो बक्से भर-भर के नोट मिले हैं, उसके बाद भी यह लोग (समाजवादी पार्टी) यही कहेंगे कि ये भी हमने किया. कानपुर के लोग व्यापार को अच्छी तरह समझते हैं. 2017 से पहले, भ्रष्टाचार का जो इत्र जो उन्होंने पूरे यूपी में छिड़क रखा था वो अब फिर सबके सामने आ गया है."प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने समाजवादी पार्टी को निशाना बनाते हुए आगे कहा कि "अब, वो मुंह बंद करके बैठे हैं. वे पूरे देश द्वारा देखे गए नोटों के पहाड़ का श्रेय लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. यह उनकी उपलब्धि और उनकी वास्तविकता है. उत्तर प्रदेश के लोग देख रहे हैं और वे समझते हैं सब कुछ. वे उनके साथ हैं जो राज्य को आगे ले जाने के लिए काम कर रहे हैं."
अमित शाह ने लिया अखिलेश यादव का नाम
प्रधानमंत्री ने इस दौरान अखिलेश यादव का नाम तो नहीं लिया, लेकिन अखिलेश यादव पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीधा हमला बोला.
समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "कुछ दिन पहले आयकर विभाग ने छापेमारी की थी. भाई अखिलेश के पेट में दर्द हो गया कि छापेमारी क्यों की जा रही है, यह छापेमारी राजनीतिक द्वेष के चलते की जा रही है. लेकिन आज वो जवाब नहीं दे सकते, इस समाजवादी इत्र निर्माता से 250 करोड़ नकद प्राप्त हुए हैं. कोई मुझे बताए कि यह 250 करोड़ किसका है."
अखिलेश ने कहा- कॉल रिकॉर्ड में आएंगे बीजेपी नेताओं के नाम
वहीं अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी और पीयूष जैन के बीच किसी भी तरह के संबंधों से जोरदार इनकार करते हुए कहा कि बीजेपी ने "गलती से अपने ही व्यवसायी पर छापा मारा." उन्होंने आरोप लगाया कि पीयूष जैन के कॉल रिकॉर्ड से कई बीजेपी नेताओं के नाम सामने आएंगे जो बीजेपी के संपर्क में थे.
एक अन्य इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भगवा वस्त्र पहनकर झूठ बोलने वाला मुख्यमंत्री बताया.
कारोबारी पीयूष जैन के पास क्या कुछ हुआ था बरामद?
पीयूष जैन के आवास से 194.45 करोड़ रुपये से अधिक नकद रुपये, 23 किलो सोना और 600 किलो चंदन का तेल बरामद किया गया. छापेमारी में लगी टीम को कन्नौज में पीयूष जैन के पुश्तैनी घर से 18 लॉकर मिले, उन्हें करीब 500 चाबियों का एक गुच्छा भी मिला, जिसका इस्तेमाल लॉकर खोलने के लिए किया गया.
छापेमारी के दौरान 16 महंगी संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज भी मिले. इनमें से चार संपत्तियां कानपुर में, 7, कन्नौज में 7, मुंबई में 2 और दिल्ली में भी हैं. दुबई में भी दो प्रॉपर्टियों का पता चला है.
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