उत्तर प्रदेश (UP) के सुल्तानपुर (Sultanpur) में विधानसभा चुनाव 2022 में 5 सीटों में से 4 पर बीजेपी (BJP) ने जीत दर्ज की.और एक सीट पर एसपी (SP) ने बाजी मार ली.एसपी के ताहिर खान ने बीजेपी के ओमप्रकाश पांडे को इसौली सीट से हराया. सुल्तानपुर में पांच विधानसभा इसौली, कादीपुर, लभ्मुआ , सदर और सुल्तानपुर सीट है.चलिए जानते हैं कैसा रहा यहां परिणाम
इसौली विधानसभा सीट
इस सीट से बीजेपी ने ओमप्रकाश पांडे,बसपा ने यश भद्र सिंह,कांग्रेस ने बृजमोहन ,एसपी ने मोहम्मद ताहिर खान को मैदान में उतारा था. लेकिन इस सीट पर एसपी के नेता ताहिर खान ने बीजेपी के ओमप्रकाश पांडे को 269 वोटों से हरा दिया.
जीते-ताहिर खान -एसपी-69629 वोट
ओमप्रकाश पांडे-बीजेपी-69369 वोट
बृजमोहन- कांग्रेस-2306 वोट
यश भद्र सिंह-बसपा-54119 वोट
लभ्मुआ विधानसभा सीट
इस सीट से सपा ने संतोष पांडे, बसपा ने अवनीश कुमार सिंह, कांग्रेस ने विनय विक्रम सिंह और बीजेपी ने सीताराम वर्मा को मैदान में उतारा था. इस सीट पर बीजेपी के सीताराम को जीत मिली
जीते-सीताराम वर्मा-बीजेपी-82999 वोट
संतोष पांडे-एसपी-73466 वोट
अवनीश कुमार सिंह-बसपा-42119 वोट
विनय विक्रम सिंह-कांग्रेस-1930 वोट
कादीपुर विधानसभा चुनाव
इस सीट पर बीजेपी ने राजेश कुमार गौतम,एसपी ने भगेलू राम,बसपा ने हीरा लाल और कांग्रेस ने निकलेश सरोज को मैदान में उतारा था.लेकिन बीजेपी के राजेश कुमार ने इस सीट पर जीत दर्ज की.
जीते-राजेश कुमार गौतम-बीजेपी-96405 वोट
भगेलू राम-एसपी-70682 वोट
हीरा लाल-बसपा-46388 वोट
निकलेश सरोज-कांग्रेस-3248वोट
सदर विधानसभा सीट
सदर सीट से बीजेपी के राज प्रसाद उपाध्याय ने जीत दर्ज की.यहां से बसपा ने ओपी सिंह,आजाद समाज पार्टी ने अनीस अहमद,एसपी ने अरूण वर्मा और कांग्रेस मे अभिषेक राणा को मैदान में उतारा था.
जीते-राज प्रसाद उपाध्याय-बीजेपी-85249 वोट
ओपी सिंह-बसपा-39920 वोट
अरूण वर्मा -एसपी-69495 वोट
अभिषेक राणा -कांग्रेस-4133 वोट
सुल्तानपुर विधानसभा सीट
इस सीट पर बीजेपी के विनोद सिंह ने एसपी के अनूप संडा को हरा दिया.यहां से एसपी के अनूप संडा,बीजेपी के विनोद सिंह,बसपा के देवी सहाय मिश्रा और कांग्रेस के फिरोज खान मैदान में थे.विनोद सिंह बसपा से बीजेपी में शामिल हुए थे.
जीते-विनोद सिंह-बीजेपी-92715 वोट
अनूप संडा-एसपी-91706 वोट
देवी सहाय मिश्रा -बसपा-22521 वोट
फिरोज खान-कांग्रेस-2655 वोट
क्या रहे कारण
सुल्तानपुर में हिंंदुओं के बाद मुस्लिम ही सबसे ज्यादा हैं. पिछले चुनाव में तो बीजेपी को मुसलमानों के काफी वोट मिले थे, लेकिन इस बार मुस्लिमों में भी कानून व्यवस्था, सीएए और एनआरसी को लेकर बीजेपी के प्रति रोष था. ऐसे में मुसलमान वोट काटकर बीजेपी को जिताने और सपा की हार में बहुत बड़ा रोल बसपा ने अदा किया. बसपा के कारण मुस्लिम वोट बंट गए और सपा को नुकसान हो गया. इससे भाजपा जीत गई.
भाजपा को मुस्लिम महिलाओं के काफी संख्या में वोट मिले होंगे ऐसा माना जा सकता है. ट्रिपल तलाक का मुद्दा अभी तक कायम है. जिसका असर नतीजों में देखने को मिला है.
मुस्लिम इलाकों में भाजपा सरकार की मुफ्त अनाज राशन योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना ने काफी गुल खिलाया है. इन दो योजनाओं ने ज्यादातर मुस्लिम बेल्ट के वोट बीजेपी को दिलाए हैं.
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